Jharkhand Board Exam 2021 Date Sheet : परीक्षा केंद्रों को लेकर बढ़ी टेंशन, सभी बोर्ड की परीक्षाएं एक साथ
Jharkhand Board Exam 2021. जैक बोर्ड द्वारा 60 सीबीएसई बोर्ड द्वारा छह तथा आइसीएससीइ के सभी स्कूलों में परीक्षा होती थी। नए निर्देश के अनुसार जैक बोर्ड को परीक्षा केंद्रों की संख्या 120 सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा केंद्रों की संख्या कम से कम 12 करनी होगी।
जमशेदपुर, जासं। जैक बोर्ड की मैट्रिक व इंटर की परीक्षाएं भी चार मई से है। सीबीएसई ने भी इसी तिथि से परीक्षाओं के आयोजन का एलान कर दिया है। आइसीएससीइ बोर्ड भी परीक्षाएं भी मई माह से संभावित है। इस कारण सभी बोर्ड के परीक्षा केंद्रों को लेकर परेशानी बढ़नी तय है।
परीक्षा केंद्रों का निर्धारण कोविड-19 के मानकों के पालन करते हुए निर्धारित करना है। जैक बोर्ड के परीक्षा केंद्रों को लेकर पहले निजी स्कूलों को लिए जाने की कवायद चल रही थी, लेकिन अब यह कवायद समाप्त हो जाएगी। नए विकल्प की तलाश जैक बोर्ड को करनी होगी। सरकार के निर्देश के अनुसार परीक्षा केंद्रों को दोगुना करना होगा। पूर्वी सिंहभूम जिला की बात करें तो यहां इन परीक्षाओं के लिए जैक बोर्ड द्वारा 60, सीबीएसई बोर्ड द्वारा छह तथा आइसीएससीइ के सभी स्कूलों में परीक्षा होती थी। नए निर्देश के अनुसार जैक बोर्ड को परीक्षा केंद्रों की संख्या 120, सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा केंद्रों की संख्या कम से कम 12 करनी होगी। वहीं आइसीएससीइ स्कूलों को भी अपनी संख्या बढ़ानी होगी। इस कारण छोटे-छोटे स्कूलों में परीक्षाएं आयोजित हो सकती है।
एक ही कैंपस में दो बोर्ड के कई स्कूल
जैक बोर्ड की परीक्षा तथा सीबीएसई की परीक्षा के संचालन को लेकर एक नई तकनीकी परेशानी सामने आने वाली है। दरअसल, पूर्वी सिंहभूम जिला में ऐसे कई स्कूल हैं जो जैक बोर्ड से भी मान्यता प्राप्त कर स्कूल हिंदी माध्यम से चला रहे हैं, वहीं उसी कैंपस में सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल भी संचालित है। इसे लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला का शिक्षा विभाग अभी से ही कार्य करने लगा है।
नवोदय के परीक्षा केंद्र निर्धारण में ही छूट रहा पसीना
नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा अप्रैल में संभावित है। इसमें लगभग सात हजार परीक्षार्थी पूर्वी सिंहभूम में शामिल होंगे। इस परीक्षा के लिए केंद्रों के निर्धारण में शिक्षा विभाग का पसीना छूट रहा है। रोज इसके लिए आवश्यक स्कूलों की तलाश की जा रही है। कोशिश की जा रही है कि एक प्रखंड के छात्र एक या दो स्कूलों में ही अट जाएं। छात्रों को दूर जाना न पड़े। इन केंद्रों का निर्धारण एक तरह से मैट्रिक व इंटर परीक्षा केंद्र की तैयारी का रिहर्सल ही होगा।