ठेकेदार की मर्जी, सड़क पर करा डाली बोरिंग
किसी भी गांव-मोहल्ले में नई स्कीम के तहत विकास का कार्य होता ह
जागरण संवाददाता, चाईबासा : किसी भी गांव-मोहल्ले में नई स्कीम के तहत विकास का कार्य होता है तो पहले सड़क व वहां की जनसंख्या के हिसाब से पेयजल की व्यवस्था की जाती है। पानी की व्यवस्था के लिए सड़क अवरुद्ध कर दी जाए तो क्या कहें। ऐसा हो रहा है नीमडीह के वार्ड संख्या 15 में। नगर पर्षद की ओर से सभी 19 वार्डो के पार्षदों को 2-2 चापाकल गाड़ने के लिए स्वीकृति मिली है। संबंधित क्षेत्र के पार्षद की राय लेकर ही संवेदक को चापाकल गाड़ना है। स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड संख्या 15 में चापाकल गाड़ने के लिए पहले जगह नहीं चिह्नित की गई और सड़क के किनारे जब चापाकल गाड़ा जा रहा था तो ऊपर बिजली के तार आ रहे थे। संवेदक ने रोड पर ही चापाकल की बो¨रग करा दी। अब जहां पर चापाकल के लिए बो¨रग हुई वहां पर छोटा सा एक चबूतरा बनेगा। एक चापाकल गाड़ने में 60 हजार रुपये नगर पर्षद की ओर से खर्च करने का प्रावधान है। इसके अलावा 160 फीट गहराई करना है और 40 फिट केसीन डालना है।
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नगर नर्षद के वार्ड नंबर 15 में छोटा नीमडीह में चापाकल लगाए जानेवाले जगह की हमको जानकारी नहीं है। अगर सड़क पर चापाकल गाड़ा गया है तो इसकी जांच होगी। सभी नगर पर्षद के सभी 19 वार्ड के पार्षदों की सहमति से चापाकल लगाए जाने हैं।।
-नीला नाग, अध्यक्ष नगर पर्षद चाईबासा।
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हमने जहां पर बताया वहां पर संवेदक द्वारा कहा गया कि यहां पर पानी नहीं निकलेगा। संवेदक ने अपने हिसाब से बो¨रग कराई है। इस रास्ते में लोगों का दिन भर आना-जाना लगा रहता है। सड़क पर चापाकल गाड़ने से यहां के लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
-शंभू सामंत, पार्षद वार्ड नंबर 15 छोटा नीमडीह।