IRCTC, Indian Railways : अब ट्रेन के गार्ड बाबू को बोलना होगा मैनेजर साहब, रेलवे ने जारी किया नया फरमान
IRCTC Indian Railways अगर आपका कोई दोस्त या फिर कोई रिश्तेदार ट्रेन में गार्ड हैं तो अबकी बार उन्हें संभलकर बुलाइएगा। अब वह गार्ड साहब नहीं ट्रेन के मैनेजर साहब बन गए हैं। भारतीय रेल ने नया आदेश जारी किया है...
जमशेदपुर : भारत में ट्रेन को अंग्रेज लेकर आए और उन्होंने ही सबसे पहले 16 अप्रैल 1953 में मुंबई से थाणे के बीच ट्रेन का परिचालन किया। इसके 170 साल के बाद लगातार ट्रेनों की मूलभूत सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है। हालांकि अब भी कुछ क्षेत्रों में अंग्रेजीकरण झलकता है लेकिन समय के साथ इसे भी बदला जा रहा है।
नई व्यवस्था के तहत अब ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए चलने वाले गार्ड अब नए नाम से जाने जाएंगे। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। जिसे तत्काल से प्रभावी कर दिया गया है।
जाने किस नाम से जाने जाएंगे गार्ड
नए आदेश के तहत ट्रेन के गार्ड अब ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे। रेलवे बोर्ड ने सभी स्तर के गार्ड के पदनाम में बदलाव किया है, जो तत्काल से प्रभावी होगा। नई व्यवस्था के तहत असिस्टेंट गार्ड (ग्रेड पे-1900 रुपये, एल-2) अब असिस्टेंट पैसेंजर ट्रेन मैनेजर, गुड्स गार्ड (ग्रेड पे-2800 रुपये, एल-5) अब गुड्स ट्रेन मैनेजर, सीनियर गुड्स गार्ड (ग्रेड पे-2400 रुपये, एल-6) अब सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर, सीनियर पैसेंजर गार्ड (ग्रेड पे-4200 रुपये, एल-6) अब सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर व मेल/एक्सप्रेस गार्ड (ग्रेड पे-4200 रुपये, एल-6) अब मेल/एक्सप्रेस ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे।
आदेश के तहत पदनाम बदलने से गार्ड के ग्रेड-पे में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यह यथावत ही रहेंगे। रेलवे बोर्ड ने नई व्यवस्था को देश के सभी जोन व मंडल में प्रभावी करने का आदेश जारी कर दिया है। ग्रेड पे में बदलाव नहीं होने से रेलवे गार्ड निराश है। टाटानगर स्टेशन के एक गार्ड ने कहा, पदनाम में क्या रखा है। ग्रेड पे में बदलाव किया जाता तो खुशी भी होती।
लगभग 1500 गार्ड का बदल जाएगा पदनाम
रेलवे बोर्ड के नए आदेश से चक्रधरपुर मंडल में कार्यरत लगभग 1500 गार्ड का भी पदनाम बदल जाएगा। चक्रधरपुर मंडल की ओर से इस संबंध में नया आदेश को तत्काल से प्रभावी कर दिया है। साथ ही इसकी सूचना सभी विभागों को भी भेज दी गई है।