IRCTC, Indian Railways : भारत की इकलौती ट्रेन, जिसमें सफर करने पर एक पैसा भी नहीं लगता
IRCTC Indian Railways कभी आपने ऐसा ट्रेन के बारे में सुना है जो पिछले 72 सालों से यात्रियों को मुफ्त सैर करा रही है। जी हां यह सौ फीसद सच है। इस ट्रेन से 25 गांवों के लोग फ्री में सफर करते हैं। जानिए ऐसा क्यों है...
जमशेदपुर : फ्री में देशभर का सफर। जी हां। सुनकर भरोसा नहीं होता। वह भी ट्रेन में लेकिन यह सोलह आने सच है। देश में एक ऐसी ट्रेन है जिसमें सफर करने के लिए कोई किराया नहीं लगता है। आप इसमें कानूनी तरीके से फ्री में सफर कर सकते हैं।
अब आपके मन में सवाल आता है कि वह कौन सी ट्रेन है तो आइए हम उसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं। दरअसल, यह ट्रेन हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बार्डर पर चलती है। अगर आप भाखड़ा नागल बांध देखने जाते हैं तो आप फ्री में इस ट्रेन का मजा ले सकते हैं। यह ट्रेन नागल से भाखड़ा बांध तक चलती है। इस ट्रेन से 25 गांवों के लोग पिछले करीब 73 साल से फ्री में सफर कर रहे हैं।
भागड़ा डैम की जानकारी देने के लिए चलती है यह ट्रेन
अब आपके मन में यह सवाल आता होगा कि इस ट्रेन में लोग फ्री में सफर क्यों और कैसे करते हैं। दरअसल, इस ट्रेन को भागड़ा डैम की जानकारी देने के उद्देश्य से चलाया जाता है। ताकि देश की भावी पीढ़ी ये जान सके कि देश का सबसे बड़ा भाखड़ा डैम कैसे बना था। उन्हें मालूम हो कि इस डैम को बनाने में किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड इस ट्रेन का संचालन करता है।
25 गांव के लोग करते सफर
इस ट्रेन से रोजाना लगभग आस-पास के 25 गांव के लोग सफर करते हैं। इस ट्रेन को पहली बार 1949 में चलाया गया था। इस ट्रेन का सबसे ज्यादा फायदा छात्रों को होता है। ट्रेन नंगल से डैम तक चलती है और दिन में दो बार सफर तय करती है। ट्रेन की खास बात यह है कि इसके सभी कोच लकड़ी के बने हैं।
डीजल इंजन से चलती ट्रेन
ये ट्रेन डीजल इंजन से चलती है। एक दिन में 50 लीटर डीजल की खपत होती है। जब एक बार इस ट्रेन का इंजन स्टार्ट हो जाता है तो भाखड़ा से वापस आने के बाद ही बंद होता है। इस ट्रेन के माध्यम से भाखड़ा के आसपास के गांव बरमला, ओलिंडा, नेहला भाखड़ा, हंडोला, स्वामीपुर, खेड़ा बाग, कालाकुंड, नंगल, सलांगड़ी सहित अन्य क्षेत्रों के लोग सफर करते हैं।
40 मिनट कर कर सकते हैं सफर
इस ट्रेन के माध्यम से आप 40 मिनट तक सफर कर सकते हैं। सुबह 7.05 बजे ये ट्रेन नंगल से चलती है और लगभग 8.20 बजे भाखड़ा से नंगल की ओर आती है। वहीं, दोपहर में एक बार फिर 3.05 बजे ये नंगल से चलती है और शाम 4.20 बजे भाखड़ा डैम से वापस नंगल को आती है। इस ट्रेन में 10 बोगियां है, जिसमें लगभग 300 लोग एक साथ सफर कर सकते हैं।