Indian Railways Latest Update : रेल मंत्री ने ऐसी क्या बात कह दी कि देश भर के सीनियर सिटीजंस हो गए नाखुश
Senior Citizen Concession रेल मंत्री ने सीनियर सिटीजंस को लेकर ऐसी बात कह दी कि जिंदगी के अंतिम पड़ाव में खड़े देश के बुजुर्ग नाखुश हो गए। आखिर वह अपना दर्द किससे कहे जब सरकार ही उनकी दर्द को नहीं समझ रही है...
जमशेदपुर। Indian Railways Latest Update : कोरोना काल में रेलवे ने जैसे ही सभी ट्रेनों के आगे शून्य लगाकर स्पेशल का नाम दे दिया, ट्रेन में मिलने वाली सभी तरह की रियायत या कंसेशन (Senior Citizen Concession) समाप्त कर दी गई। इससे वरिष्ठ नागरिक काफी परेशान हैं।
सिंहभूम वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष शिवपूजन सिंह ने तो इस संबंध में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सूरज कुमार को ज्ञापन देकर इसकी शिकायत भी की थी कि रेलवे वरिष्ठ नागरिकों के मौलिक अधिकार का हनन क्यों हो रहा है। लेकिन उन्हें यह जानकर निराशा हुई कि भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिक रियायत: यात्रियों की सभी श्रेणियों (दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, मरीजों और छात्रों की 11 श्रेणियों को छोड़कर) की रियायत 20 मार्च 2020 से वापस ले ली गई है। भारतीय रेलवे अभी वरिष्ठ नागरिकों को किराए में रियायत समेत अन्य यात्रियों को रियायती टिकट नहीं देगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में कर दी घोषणा
केंद्रीय रेल, संचार व इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा है कि कोविड या कोरोना महामारी और प्रोटोकॉल के मद्देनजर कुछ यात्रियों के सभी वर्गों के किराए में अभी तक फिर से शुरू नहीं किया जाएगा। महामारी और कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए 20 मार्च 2020 से सभी श्रेणी के यात्रियों की रियायत समाप्त कर दी गई थी।
वरिष्ठ नागरिकों को कितनी छूट मिलती थी
शिवपूजन सिंह बताते हैं कि मार्च 2020 से पहले वरिष्ठ नागरिकों के मामले में, सभी वर्गों में रेलवे से यात्रा करने के लिए महिला यात्रियों को 50 प्रतिशत और पुरुष यात्रियों को 40 प्रतिशत की छूट दी जाती थी। रेलवे द्वारा इस छूट का लाभ उठाने की न्यूनतम आयु सीमा बुजुर्ग महिलाओं के लिए 58 और पुरुषों के लिए 60 वर्ष थी।
भारतीय रेलवे वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, खिलाड़ियों, चिकित्सा पेशेवरों आदि के लिए 53 श्रेणियों को रियायत प्रदान करता है। कुछ रियायत कोविड-19 महामारी के कारण लोगों को यात्रा करने से हतोत्साहित करने के एक कदम के रूप में वापस ले ली गई है।
वर्तमान में छात्र व मरीज रियायती टिकट के पात्र
वर्तमान में छात्र और कुछ चिकित्सा शर्तों वाले लोग ही रियायत के लिए पात्र हैं। इस बीच रेलवे ने फोटोग्राफ और हस्ताक्षर अपलोड करने और आवेदन की स्थिति की जांच के लिए संशोधन लिंक के संबंध में एक परिपत्र जारी किया और एक संशोधन लिंक रेलवे भर्ती बोर्ड (रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड या आरआरबी) की सभी आधिकारिक वेबसाइटों पर 15 दिसंबर से उपलब्ध होगा। यह अवसर केवल उन्हीं उम्मीदवारों को उपलब्ध होगा, जिनके ऑनलाइन आवेदन अमान्य फोटोग्राफ और या हस्ताक्षर के आधार पर खारिज कर दिए गए थे।