IRCTC, Indian Railways : गार्ड कहें या ट्रेन मैनेजर, पर पेशाब लग जाए तो इन्हें शौचालय तक नसीब नहीं
IRCTC Indian Railways हाल ही में रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के गार्ड का पदनाम बदलकर ट्रेन मैनेजर कर दिया है। घर-घर शौचालय बनाए जा रहे हैं स्वच्छ भारत का अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन ट्रेन के इन गार्डों को शौचालय की सुविधा भी नसीब नहीं है....
जमशेदपुर : रेलवे बोर्ड ने पैसेंजर ट्रेन व मालगाड़ी में चलने वाले गार्ड का पदनाम बदलकर अब उन्हें ट्रेन मैनेजर के रूप में नया नाम दिया है। लेकिन क्या आपको पता है कि पदनाम बदलने के बावजूद इनकी परेशानियों में कोई कमी नहीं आई है। क्या आप जानते हैं कि मालगाड़ी में चलने वाले गार्ड किस तरह की परेशानी का सामना करते हैं।
इस तरह की परेशानियों का करते हैं सामना
आप सभी को मालूम ही होगा कि एक-एक मालगाड़ी 60 से 70 बोगियों की होती है। जिनके न चलने का समय और न रुकने का वक्त। कब कहां कितने देर रुकेगी, यह न तो उस मालगाड़ी का ड्राइवर बता सकता है और न ही गार्ड। लेकिन इन्हें अपनी पूरी ड्यूटी करनी पड़ती है। लेकिन जब इन्हें ड्यूटी के दौरान पेशाब लगता है तो इसके लिए इनके पास कोई सुविधा नहीं होती है। इन्हें ट्रेन के रूकने का इंतजार करना पड़ता है। मालगाड़ी रुकने पर ये अपने पास रखी बोतल लेकर पटरी के किनारे ही शौच या पेशाब करना पड़ता है।
सुविधा के नाम पर बस इतना ही
पैसेंजर ट्रेन में जो गार्ड रहते हैं उन्हें उनके ग्रेड के अनुरूप स्लीपर व एसी क्लास में ड्यूटी करते हैं। इस दौरान उनके लिए एक सीट उक्त कोच में आरक्षित रहता है। साथ ही उन्हें पेशाब या शौच के लिए यात्री टॉयलेट भी होते हैं लेकिन मालगाड़ी के सबसे पिछले डिब्बे में इनके लिए कोई सुविधा नहीं होती। इनके लिए बस लोहे की एक चेयर और एक टेबल होता है। इसके अलावा यहां कुछ नहीं होता।
सुरक्षा के नाम पर भी कोई सुविधा नहीं
मालगाड़ी जब किसी स्टेशन पर रुकती है तो उसकी बोगियां 60 से अधिक होती है ऐसे में मालगाड़ी का सबसे पिछला डिब्बा, जिसमें गार्ड रहता है वह अक्सर स्टेशन के बाहर ही रूकता है। इसके अलावा यदि ये कहीं रास्ते में रुक गई तो और मुसीबत होती है। कई बार तो मालगाड़ी के गार्ड से लूट की भी घटना हो चुकी है। लुटेरे गार्ड से उनका पैसा, मोबाइल, घड़ी सहित ट्रेन के जरूरी सामान भी लूट चुके हैं।
सुविधाएं देने की होती रही है मांग
मालगाड़ी के गार्ड को भी हर तरह की सुविधा मिले, इसके लिए काफी समय से मांग होती रही है। जिसके तहत गार्ड के कोच में एक शौचालय, बैठने के लिए आरामदायक कुर्सी व पानी की व्यवस्था हो। लेकिन इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हो पाई है। हालांकि कुछ समय से आधुनिक मालगाड़ी के निर्माण के साथ गार्ड की इन सुविधाओं को ध्यान में रखकर कोच तैयार किए जा रहे हैं। अब यह देखना होगा कि देश भर में कार्यरत मालगाड़ियों के गार्ड को कब आधुनिक सुविधा मिलेगी।