Indian Railways : अलग रंग में दिखेगा आपके इलाके का रेलवे स्टेशन, जानिए क्या होगी खासियत
Indian Railways कुछ दिन इंतजार कीजिए। आपके इलाके का रेलवे स्टेशन कुछ अलग रंग रूप में नजर आने वाला है। अगर आपके इलाके में कोई प्रसिद्ध मंदिर या फिर कोई ऐतिहासिक स्थान है तो उसका नजारा भी स्टेशन पर नजर आएगा...
निर्मल, जमशेदपुर : भारतीय रेल अब नए बनने वाले सभी स्टेशनों को इस तरह से तैयार कर रही है जिससे वहां की स्थानीय संस्कृति की झलक दिखे। हावड़ा-टाटानगर रेल लाइन पर धालभूमगढ़ व राखा माइंस रेलवे स्टेशनों पर इसकी झलक दिखी जा सकती है।
रेल मंत्रालय स्थानीय संस्कृति, लोक नृत्य, पर्यटन के लिहाज से विख्यात मंदिर, झरने को नई पहचान देने की पहल कर रही है ताकि स्टेशन आने-जाने वाले यात्री न सिर्फ इसके महत्व को समझ सके। बल्कि इसके माध्यम से पर्यटन को भी बढ़ाया जा सके।
धालभूमगढ़ व राखामाइंस स्टेशन कुछ इस तरह दिखेगा
वर्तमान में हावड़ा से मुंबई रूट में थर्ड लाइन व फ्रोर्थ लाइन की जद में जो स्टेशन आ रहे हैं उन्हें तोड़कर नए स्टेशन बनाए जा रहे हैं। ऐसे स्टेशनों में इस तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। जहां स्थानीय कलाकृतियों को पेटिंग, मूर्ति व प्लास्टर आफ पेरिस की मदद से उकेरा जा रहा है।
धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन में नरसिंहगढ़ का मंदिर और राखा माइंस रेलवे स्टेशन पर रंकिणी मंदिर का प्रतिरूप दिखेगा। इसके अलावा जल्द ही चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन और टाटानगर रेलवे स्टेशन को भी इसी तरह से विकसित करने की तैयारी चल रही है।
धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन हो गया है तैयार
धालभूमगढ़ व राखा माइंस रेलवे स्टेशन को रेल विकास निगम द्वारा तैयार किया जा रहा है। धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन लगभग बनकर तैयार हैं जबकि राखा माइंस में निर्माण कार्य जारी है। धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन में आदिवासी पेटिंग, लोकनृत्य, गांव का परिवेश, वन्यजीवों के साथ जंगल की सुंदरता सहित नृत्य करते आदिवासी युवक-युवतियों की तस्वीर व मूर्तियां बनाई गई है।
चक्रधरपुर मंडल के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर विजय कुमार ने बताया कि रेलवे में बनने वाले सभी नए स्टेशनों को स्थानीय कला-संस्कृति के साथ विकसित किया जा रहा है ताकि बाहर से आने वाले पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति से परिचित कराया जा सके। इससे स्टेशन सुंदर भी दिखेगा और बाहर से आने वाले पर्यटकों को संबधित स्टेशन के प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्र की भी जानकारी मिलेगी।