एमजीएम में एमबीबीएस की सीटों पर छाए संकट के बाद
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटों की संख्या को लेकर यहां जांच करने आई एमसीआइ की टीम के तेवर तल्ख नजर आए। सोमवार को जांच के दौरान टीम को कई खामियां नजर आईं। इससे 100 सीटों को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची प्रदेश सरकार को झटका लग सकता है।
मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटें बरकरार रहेंगी या फिर घटकर 50 हो जाएंगी, इसका फैसला मंगलवार को होगा। इस संदर्भ में रिपोर्ट तैयार करने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने एमजीएम कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया। तीन सदस्यीय टीम ने सोमवार की शाम को अपनी रिपोर्ट नई दिल्ली स्थित अपने विभाग को फैक्स के माध्यम से भेज दिया।
दरअसल, एमसीआइ ने संसाधन का हवाला देते हुए एमबीबीएस की 50 सीट घटा दी थी। इसके बाद राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी। कोर्ट ने उनकी बातों को सुनते हुए 100 सीट बरकरार रखी और खामियां को दूर करने के लिए तीन माह का वक्त दिया था। अगली सुनवाई की तिथि 25 सिंतबर (मंगलवार) को निर्धारित है। एमसीआइ ने कुल 28 खामियां दर्ज करायी थी। इसमें एमजीएम के तत्कालिन अधीक्षक के पास पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री न होना, सेंट्रल रजिस्ट्रेशन के साथ मेडिकल रिकार्ड डिपार्टमेंट (एमआरडी) नहीं होना, रेजीडेंट डॉक्टरों की कमी, डिजिटल एक्सरे मशीन, सिटी स्कैन मशीन व अल्ट्रासाउंड मशीन का नहीं होना सहित अन्य समस्याएं शामिल थीं। सोमवार को निरीक्षण के दौरान एक बार फिर कई खामियां टीम को नजर आईं। इसमें एक्सरे, सिटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड मशीनों का न खरीदा जाना, इमरजेंसी में सिलिंडर के माध्यम से ऑक्सीजन चढ़ना और वार्ड में वेड से अधिक मरीजों का भर्ती होना प्रमुख रहा। इससे उम्मीद की जा रही है कि निरीक्षण के अनुसार टीम अपने विभाग को रिपोर्ट भेजी होगी। जाहिर है इससे सीटों पर संकट के बादल छा सकते हैं।