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जमशेदपुर में थानेदार, रसूखदार और नेताओं के लिए कई मायने में यादगार रहेगा लाकडाउन

जमशेदपुर जागरण संवाददाता आम लोगों के साथ-साथ लाकडाउन कई मायने में शहर के थानेदार के लिए भी यादगार साबित हुआ। उन्हें कई तरह की कार्रवाई झेलनी पड़ी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 02:24 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 02:24 PM (IST)
जमशेदपुर में थानेदार, रसूखदार और नेताओं के लिए कई मायने में यादगार रहेगा लाकडाउन
जमशेदपुर में थानेदार, रसूखदार और नेताओं के लिए कई मायने में यादगार रहेगा लाकडाउन

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता : आम लोगों के साथ-साथ लाकडाउन कई मायने में शहर के वैसे थानेदार, रसूखदार और नेताओं के लिए यादगार रहेगा, जिन पर गाज गिरी। कानून का डंडा चला और लंबे समय तक सुíखयों में रहे। परेशानियां झेलीं। सबसे अधिक लाकडाउन में थानेदारों की थानेदारी चली गई। निलंबित कर दिए गए। विभागीय कार्रवाई के शिकार भी हुए। बड़े रसूखदारों को जेल तक का रास्ता नापना पड़ा। एक-दो दिन नहीं बल्कि 100 दिनों तक काली कोठरी में रात गुजारने को विवश हुए। गंभीर आरोप इन पर लगे। प्रदेश स्तर तक मामला छाया रहा। वहीं राजनीतिक दल के नेताओं और संगठनों के प्रमुखों पर केस हुए। आरोप लाकडाउन उल्लंघन और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने तक का लगा। जिले के विभिन्न थानों में आम लोगों के खिलाफ भी लाकडाउन उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज हुई।

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यादगार मामले की शुरुआत वर्दीधारियों से छह अप्रैल से हुई। बिरसानगर थाना प्रभारी सुनिल कुशवाहा, दारोगा मणीकात और जयकुमार गश्ती में थे। लाकडाउन का समय था। टेल्को सीटू तालाब की ओर गश्ती टीम पहुंची थी। शाम का समय था। पुलिस को देख वहा अड्डेबाजी करने वाले तीन युवक भागने लगे। बचने को तालाब में कूद गए। दो युवक तैरकर निकल भागे। एक युवक आशिक की मौत डूबने से हो गई। लापरवाही के आरोप में तीनों निलंबित कर दिए गए। सोनारी थाना प्रभारी एनके सिन्हा को जरूरतमंदों को खाना खिलाने के मामले में लापरवाही का आरोप लगाते हुए थानेदारी से हटा दिया गया। मामले का वीडियो वायरल किया गया था। बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के होटल अलकोर में पुलिस-प्रशासन की संयुक्त छापामारी 24 अप्रैल को की गई। लाकडाउन उल्लंघन में कुछ लोग पकड़े गए। होटल में एक महिला के मिलने और स्पा, बीायर बार संचालित होने की बात सामने आने के बाद मामला हाई प्रोफाइल हो गया। लाकडाउन उल्लंघन के आरोपितों को थाना से जमानत पर देकर छोड़ने पर बिष्टुपुर थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा निलंबित कर दिए गए। रसूखदार होटल मालिक, प्रबंधक धनंजय कुमार, रेलवे ठेकेदार राजेश मंगोतिया, उद्यमी शरद पोद्दार, राजू भालोटिया, रजत जग्गी, कारोबारी दीपक अग्रवाल, कोलकाता की एक युवती और राहुल अग्रवाल को बिष्टुपुर पुलिस ने लाकडाउन उल्लंघन किए जाने, अनैतिक देहव्यापार का धंधा चलाने की प्राथमिकी दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया। आरोपितों को लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा। उच्च न्यायालय से सभी को जमानत लेनी पड़ी। 100 दिन तक जेल में गुजारनी पड़ी। जुलूस निकालने धरना-प्रदर्शन किए जाने के कारण महानगर भाजपा अध्यक्ष गुंजन यादव समेत अज्ञात के खिलाफ साकची थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। भारतीय जन मोर्चा के अज्ञात कार्यकर्ताओं पर सिदगोड़ा थाना में मजिस्ट्रेट की शिकायत पर लाकडाउन उल्लंघन और आपदा प्रबंधन के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। प्रदेश के पूर्व मंत्री दुलाल भुइया समेत उनके समर्थकों पर बिष्टुपुर थाना में बिना इजाजत के जुलूस निकालने और उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किए जाने की प्राथमिकी दर्ज की गई।


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