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कामयाब हुए ये ऑफिसर तो बदल जाएगी मंत्री के क्षेत्र की तस्वीर, ये है प्‍लान

तीन वरीय चिकित्सा पदाधिकारी को बड़ी जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। अगर ये तीनों अपने मिशन में कामयाब हुए तो स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने में देर नहीं लगेगी और यह पूरे झारखंड के लिए रोल मॉडल साबित होगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 09:38 AM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 01:47 PM (IST)
कामयाब हुए ये ऑफिसर तो बदल जाएगी मंत्री के क्षेत्र की तस्वीर, ये है प्‍लान
पूर्वी सिंहभूम में इन अधिकारियों को दी गई है स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की सेहत सुधारने की जिम्‍मेदारी।

जमशेदपुर, जासं।  स्वास्थ्य विभाग और आम जनता की सेहत सुधारने के लिए पूर्वी सिंहभूम जिले में बड़ी पहल की गई है। जिले के तीन वरीय चिकित्सा पदाधिकारी को बड़ी जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। अगर ये तीनों अपने मिशन में कामयाब हुए तो स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने में देर नहीं लगेगी और यह पूरे झारखंड के लिए रोल मॉडल साबित होगा। 

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जी हां, पूर्वी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा ने एक खास प्लान तैयार किया है और इसे धरातर पर उतारने की कवायद भी शुरू हो गई है। 22 योजनाओं को सख्ती से लागू करने के लिए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ. साहिर पॉल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल व जिला आरसीएच पदाधिकारी को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इन तीनों को अलग-अलग योजनाओं की जिम्मेवारी सौंपी गई है। ताकि सही ढंग से योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिल सके।

कई बड़ी योजनाओं को सफल बनाने में रही है भूमिका

स्वास्थ्य विभाग में संचालित कई बड़ी योजनाओं को सफल करने में इन तीनों पदाधिकारियों का अहम भूमिका रही है। ऐसे में सिविल सर्जन ने एक बार फिर से इन्हें बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है और इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नीतिन मदन कुलकर्णी, स्वास्थ्य निदेशक व जिले के उपायुक्त सूरज कुमार को भी दी गई है।

नोडल पदाधिकारियों की खासियस

1. डॉ. साहिर पॉल : जिला स्वास्थ्य विभाग में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) हैं। पोलियो उन्मूलम कार्यक्रम में भी इनका अहम योगदान रहा था। फिलहाल जिला सर्विलांस पदाधिकारी भी है। कोरोना से निपटने में इनकी अहम भूमिका है।

2. डॉ. एके लाल : जिला स्वास्थ्य विभाग में यक्ष्मा पदाधिकारी है। वहीं, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी भी हैं। ट्रूनेट से कोरोना मरीजों की जांच इनके अंतर्गत ही होता है। इनकी पहचान फिल्ड में घूमकर काम करने वाले पदाधिकारी के रूप में है।

3. डॉ. बीएन उषा : जिला स्वास्थ्य विभाग में आरसीएच पदाधिकारी हैं। खाली समय में जहां डॉक्टर मौजूद नहीं रहते वहां पर जाकर मरीजों की सेवा भी करती है। ये अपनी जिम्मेवारियों को लेकर काफी अलर्ट रहती है।

इन योजनाओं की मिली जिम्मेवारी

डॉ. साहिर पॉल : फैमिली प्लानिंग कार्यक्रम, पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, आइईसी-बीसीसी योजना, अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम, फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम, लक्ष्य क्वालिटी इंश्योरेंस योजना, आईडीएसपी, मैनेजमेंट अॉफ कोविड-19 एंड वैक्सीनेशन।

 डॉ. एके लाल : राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी), राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, गैर संचारी रोग कार्यक्रम।

 डॉ. बीएन उषा : मानसिक हेल्थ कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, हॉस्पिटल इंफॉर्मेशन सिस्टम, रिप्रोडेक्टिव चाइल्ड हेल्थ पोर्टल, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम।


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