ICSE, CISE Examination Update: 10 वीं एवं 12 वीं की परीक्षा को लेकर अहम फैसला, जानिए
ICSE CISE Examination Update आइसीएसइ एवं सीआइएसइ ने भी कोरोना को देखते हुए 10 वीं के साथ 12 की परीक्षा को लेकर फैसला ले लिया है। सीबीएसइ की तरह हालांकि 10 वीं की परीक्षा रद करने एवं 12 की स्थगित करने का फैसला नहीं लिया गया है।
जमशेदपुर, जासं। ICSE, CISE Examination Update सीबीएसइ के बाद आइसीएसइ एवं सीआइएसइ ने भी कोरोना को देखते हुए 10 वीं के साथ 12 की परीक्षा को लेकर फैसला ले लिया है। सीबीएसइ की तरह हालांकि, 10 वीं की परीक्षा रद करने एवं 12 की स्थगित करने का फैसला नहीं लिया गया है। दोनों ही परीक्षाएं स्थगित की गइ हैं।
वैसे काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीइ) की ओर से दसवीं एवं 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित करने से छात्रों एवं अभिभावकों व प्रिंसिपलों ने राहत की सांस ली है। सीबीएसई ने जहां दसवीं के लिए परीक्षा रद करने के शब्द का इस्तेमाल किया, वहीं काउंसिल ने इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। दसवीं के परीक्षार्थियों को 12वीं के परीक्षार्थियों के साथ ऑफलाइन परीक्षा देने का विकल्प खुला रखा है। जो यह परीक्षा नहीं देना चाहते, उनके बारे में निर्णय काउंसिल बाद में तय करेगा। काउंसिल के निर्णय का स्वागत अभिभावकों, छात्रों एवं प्रिंसिपलों ने किया है। अधिकतर छात्र दसवीं की ऑफलाइन परीक्षाएं देना चाह रहे हैं। भले ही वह दो माह बाद हो।
इनकी सुने
वर्तमान परिस्थिति में यह निर्णय स्वागत योग्य है। हमें कम से कम ऑफलाइन परीक्षा देने का मौका दिया गया है। काउंसिल की सूचना में रद शब्द का इस्तेमाल नहीं होने से हम खुश है।
- आयुष कुमार साहू, दसवीं का छात्र
हम परीक्षा के लिए पूरी तरह तैयार थे। हमें एक मौका दिया है काउंसिल ने। काउंसिल द्वारा ऑफलाइन परीक्षा का मौका देने का निर्णय से हम सभी खुश है। हम परीक्षा देना चाहते हैं।
- मेघना श्रीवास्तव, दसवीं की छात्रा
कोविड-19 के वर्तमान दौर में परीक्षा को स्थगित करने से हमारी चिंता दूर हो गई। हम सोच रहे थे कि हम कैसे परीक्षा देंगे। स्थिति में सुधार के बाद हमें काउंसिल परीक्षा देने का मौका देगा।
राजलक्ष्मी मोहंती, 12वीं की छात्रा। मेरा बेटा दसवीं में पढ़ता है। वह स्थिति सामान्य होने के बाद फिर से परीक्षा देगा। काउंसिल द्वारा मौका दिए जाने के निर्णय का हम स्वागत करते हैं। इससे ज्यादा और कुछ फैसला नहीं हो सकता। छात्रों के पास ऑप्शन है।
- सुमित्रा साहू, अभिभावक
काउंसिल द्वारा छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया है। यह जरूरी भी था। कोविड-19 के हालात सामान्य होने के बाद परीक्षा लेना ही स्वास्थ्य के दृष्टिकोण एवं बच्चों के भविष्य के लिए एकमात्र उपाय है।
- स्वर्णा मिश्रा, प्रिंसिपल, दयानंद पब्लिक स्कूल, साकची।
काउंसिल ने छात्रों के साथ इंसाफ किया है। दसवीं के छात्रों के पास ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प खुला रखा है। इस परीक्षा को रद नहीं बल्कि स्थगित किया गया है। निर्णय का हम स्वागत करते हैं।
- रजनी शेखर, प्रिंसिपल, डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल कदमा।