बीच सड़क पर मुझे पटक कर मारा था, इसलिए बदला लिया
शहर के मुस्लिम बस्ती निवासी मो. तौफीक के घर में घुसकर मारपीट एवं फायरिग के मामले में नामजद अभियुक्त मो राजू एवं मो अर्पित को शनिवार को चाकुलिया थाना पुलिस ने जेल भेज दिया। दोनों को शुक्रवार को पुलिस ने धर दबोचा था..
संवाद सूत्र, चाकुलिया : शहर के मुस्लिम बस्ती निवासी मो. तौफीक के घर में घुसकर मारपीट एवं फायरिग के मामले में नामजद अभियुक्त मो राजू एवं मो अर्पित को शनिवार को चाकुलिया थाना पुलिस ने जेल भेज दिया। दोनों को शुक्रवार को पुलिस ने धर दबोचा था। पुलिसिया पूछताछ के क्रम में दोनों आरोपितों ने मारपीट एवं फायरिग में संलिप्तता की बात स्वीकार की है। मुख्य आरोपित मो राजू ने बताया कि घटना के कुछ दिनों पूर्व बस्ती निवासी मोहम्मद साकिब को उसने मामूली विवाद में एक थप्पड़ जड़ दिया था। जिसके बाद उसने चार-पांच लड़कों के साथ मिलकर मुझे बीच सड़क पर पटक पटक कर मारा था। इससे मेरी इज्जत मिट्टी में मिल गई थी। इसी घटना के प्रतिशोध में हमने साकिब के परिवार से बदला लिया। हालांकि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के पास से वह हथियार बरामद नहीं हो सका है जिसका प्रयोग फायरिग में किया गया था। अभियुक्तों ने मुस्लिम बस्ती निवासी एक अन्य युवक के पास फायरिग में प्रयुक्त हथियार होने की बात कही है। पुलिस दोनों अभियुक्तों द्वारा दिए गए बयान के आधार पर अन्य अज्ञात आरोपितों की शिनाख्त करने के प्रयास में जुटी है। विदित हो कि बीते 3 जुलाई की सुबह 6:30 बजे मो राजू, मो अर्पित एवं अन्य युवकों ने मो तौफीक के घर में घुसकर मारपीट एवं फायरिग की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला अमीना खातून, 29 वर्षीय जाहिद खान एवं 25 वर्षीय साकिब खान गंभीर रूप से घायल हुए थे। गुड़ाबंधा चेकनाका में मिला संक्रमित : पूर्वी सिंहभूम जिले के गुड़ाबंधा थाना क्षेत्र में बनाए गए चेकनाका पर शनिवार को कोविड-19 जांच के दौरान ओडिशा के पाकटिया गांव निवासी एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रखंड क्षेत्र में पश्चिम बंगाल व ओडिशा से धालभूमगढ़ व नरसिंहगढ़ क्षेत्र में प्रवेश कर रहे लोगों को जांच करने से कोरोना संक्रमित लोग मिलने की संभावना है। बंगाल के झाड़ग्राम व गोपीबल्लभपुर आदि क्षेत्र में कोराना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। झाड़ग्राम व गोपीबल्लभपुर क्षेत्र के कई लोग का धालभूमगढ़ आना जाना अक्सर होता है। इसमें स्वास्थ्य विभाग को गंभीरता से लेकर जांच करना होगा। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि यदि चेकनाका पर जांच नही होता तो संक्रमित व्यक्ति धालभूमगढ़ में प्रवेश कर संक्रमण फैला सकता था।