कोलकाता से युवती किसकी कार से आई, पता ही लगा रही पुलिस Jamshedpur News
होटल अलकोर में देह व्यापार के मामले में पकड़ी गई युवती किस कार से कोलकाता से जमशेदपुर पहुंची पुलिस पता लगा रही है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। होटल अलकोर में देह व्यापार के मामले में पकड़ी गई युवती किस कार से कोलकाता से जमशेदपुर बुलाई गई थी? 22 मार्च को जनता कर्फ्यू में वह यहां कैसे पहुंच गई? उसको बुलाने वाले सीएच एरिया निवासी फैक्टरी मालिक शंकर पोद्दार ने किस कार का इस्तेमाल किया था?
अब पुलिस यह जानकारी जुटाने में जुटी है। पुलिस तक जिस शख्स ने सूचना पहुंचाई, उसके अनुसार शंकर पोद्दार व उसके पार्टनर की एक रंग और एक कंपनी की कार है। बस नंबर में अंतर है। पोद्दार की कार का नंबर पुलिस के पास है। पार्टनर के कार का नंबर भी पता लगाया जा रहा है।गौरतलब है कि बिष्टुपुर पुलिस देह व्यापार संचालित करने के आरोप में होटल अलकोर के मालिक राजीव दुग्गल, प्रबंधक धनंजय कुमार, राहुल अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, लड्डू मंगोतिया, रजत जग्गी, युवती, शंकर पोद्दार और राजू भालोटिया को जेल भेज चुकी है।
इधर, पुलिस के पास जो सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है, इसमें अधिकतर बिष्टुपुर और जुगसलाई के रसूखदार दिखे हैं। इनमें एक रसूखदार बिजली चोरी मामले में जेल भी जा चुका है। उसका संपर्क भी शंकर पोद्दार समेत अन्य से रहा है। जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, रसूखदारों की नींद गायब है। सभी घर से नदारद है। पुलिस युवती के तीन मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल चुकी है। लेकिन, बीते 72 घंटे में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है, इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। लोग जानना चाहते हैं कि इतने हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस की सक्रियता कम क्यों हो गई। उधर, अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
सीएच एरिया में किराये के मकान में संचालित हो रहा था जुआ अड्डा
एरिया में जुआ अड्डा संचालित करने वाले का मानगो में घर है। व्यवसाय है। सीएच एरिया में 60 हजार रुपये किराये पर मकान ले रखा है। उसके पास लाइसेंसी हथियार भी है। राजनीतिक जुड़ाव भी। अड्डे पर बडे़-बड़े कारोबारियों व सफेदपोशों का जुटान होता था। लंबे समय से यह अड्डा संचालित हो रहा था। संचालक पर कार्रवाई नहीं हो रही।
दूसरी प्राथमिकी दर्ज करने की जरूरत क्यों पड़ी
25 अप्रैल को होटल में छापेमारी करने के बाद दंडाधिकारी सूरज कुमार की शिकायत पर होटल मालिक, प्रबंधक, रेलवे ठेकेदार समेत तीन के खिलाफ लॉकडाउन उल्लघंन की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उस दिन भी दंडाधिकारी ने सबकुछ जिक्र कर दिया था, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। दूसरे दिन देह व्यापार कराने का मामला दर्ज किया गया। जब पहले प्राथमिकी दर्ज हो गई थी, तब दूसरी प्राथमिकी दर्ज करने की जरूरत क्यों पड़ी। पहली प्राथमिकी में देह व्यापार कराने की धारा जोड़ी जा सकती थी। इस शैली पर सवाल उठ रहे हैं।
इंस्पेक्टर राजेश के निलंबन मामले को लेकर जांच
बिष्टुपुर थाने के निर्वतमान इंस्पेक्टर राजेश प्रकाश सिन्हा को होटल अल्कोर मामले में एसएसपी ने लाइन क्लोज और कोल्हान के डीआइजी ने निलंबित कर दिया था। इसके बाद विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। आरोप है कि 25 अप्रैल को होटल में पुलिस ने छापेमारी की। रेलवे ठेकेदार लड्डू मंगोतिया समेत तीन लोग पकड़े गए। उन्हें लॉकडाउन उल्लघंन की प्राथमिकी दर्ज कर थाने से जमानत पर रिहा कर दिया गया।