चबूतरा तोड़कर टाटा स्टील के अधिकारी ले गए थे पंचमुखी हनुमान व शनिदेव की मूर्ति, हिंदू पीठ पहुंचा उपायुक्त कार्यालय
साकची के बिरुपा रोड में एक चबूतरा बनाकर पंचमुखी हनुमान व शनिदेव की मूर्ति स्थापित की गई थी। 15 फरवरी को चबूतरा तोड़कर टाटा स्टील के अधिकारी दोनों मूर्ति ले गए थे। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर बुधवार को हिंदूपीठ के लोग उपायुक्त कार्यालय पहुंचे।
जमशेदपुर, जासं : साकची के बिरुपा रोड में एक चबूतरा बनाकर पंचमुखी हनुमान व शनिदेव की मूर्ति स्थापित की गई थी। 15 फरवरी को चबूतरा तोड़कर टाटा स्टील के अधिकारी दोनों मूर्ति ले गए थे। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर बुधवार को हिंदूपीठ के लोग उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। हिंदूपीठ के अध्यक्ष अरुण सिंह ने उपायुक्त के नाम ज्ञामन भी दिया है, जिसमें भगवान की मूर्ति दोबारा स्थापित कराने और टाटा स्टील के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
इसके साथ ही हिंदूपीठ ने वहां कुछ दिनों पूर्व बनाए गए इमामबाड़ा को हटाने की मांग भी रखी है। दरअसल, यह पूरा मामला ग्रेजुएट कालेज को लेकर है, जो बिरूपा रोड के पास बनकर लगभग तैयार हो गया है। साकची स्थित रवींद्र भवन से सटे कालेज के इस भवन के पास ही साकची कब्रिस्तान भी है, जबकि कालेज गेट के ठीक बगल में इमामबाड़ा और थोड़ी दूर पर पंचमुखी हनुमान व शनिदेव की मूर्ति स्थापित की गई थी। कालेज पहले टाटा स्टील के कंपनी परिसर से सटी थी। उसे यहां स्थानांतरित किया जा रहा है।
हिंदूपीठ का कहना है कि कुछ दिनों बाद यहां लड़कियां-महिलाएं पढ़ने आएंगी। यदि इमामबाड़ा को नहीं हटाया गया तो छात्राओं की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इमामबाड़ा परिसर में दुकान आदि बनाने की संभावना है। कब्रिस्तान से सटी कालेज की दीवार भी ऊंची करनी होगी। यदि जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो भविष्य में कई तरह के खतरे उत्पन्न हो सकते हैं।