Weight Loss Tips : तीनों टाइम खाकर एसे करें अपना वजन कम, आंतों को दे आराम
Weight Loss Tips यूरोप-अमेरिका की तरह अब भारत में भी मोटापा महामारी का रूप लेता जा रहा है। हालत यह है मोटापे से जुड़ी बीमारियां हम सबको परेशान कर रही है। ऐसे में तीन टाइम खाकर भी मोटापा कम किया जा सकता है। जानिए कैसे...
जमशेदपुर : कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए एक बार फिर लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। कई शहरों में जिम और फिटनेस सेंटर को बंद कर दिया गया है। लेकिन इस दाैरान भी आप अपने घर पर हल्की फुल्की एक्सरसाइज करते हुए खाने के तरीके में थोड़ा बदलाव लाकर खुद को फिट रख सकती है।
वजन भी कम होगा और दूर रहेंगी बीमारियां
अगर कम खाना खाकर भी आपका वजन कम नहीं हो रहा है तो आपको अपने खाने के टाइम में बदलाव करना होगा। दिन के 24 घंटे में से अगर आप 12-14 घंटे खाने से दूरी बनाए रखें तो आपका शरीर कई गंभीर बीमारियों से दूर रह सकता है। ऐसा एक शोध में पाया गया है।
यानि इंटरमिटेंट फास्टिंग सिर्फ वजन घटाने में ही नहीं बल्कि शरीर का शुगर और बीपी जैसी लंबी बीमारियों से बचाव करने में भी फायदेमंद है। लंबे गेप के बाद खाना खाने से उसे पचाने के लिए शरीर को अच्छा समय मिल जाता है।
जो अभी तक कर रहे हैं उसे उलट दीजिए
कैलिफोर्निया के साल्क इंस्टीट्यूट फार बायोलाजिकल स्टडीज के प्रो. सटचिन पांडा ने एक स्टडी में जीन और सिर्केडियन क्लाक के बीच के संबंध में समझाया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लो दिन में 15 घंटे के अंदर कुछ न कुछ खाते ही रहते हैं। इसे पलट देने की जरूरत है।
डाइटिंग में क्या और कितना खा रहे हैं से जरूरी ध्यान देने की बात यह है कि हम कितनी देर से खाना खा रहे हैं। अगर हम रात का खाना शाम छह बजे तक खाते हैं तो उसे पचाने के लिए 5 घंटे का समय लगता है और उसमें पोषण तत्व को निकालने के लिए और 5 घंटे लग जाते हैं।
इसलिए जितनी देर हम खाना नहीं खाते हैं उतने समय हमारे शरीर के बाकी अंग खुद को ठीक करते हैं। अगर आप दिन में 8-10 घंटे के अंदर अपना सारा खाना खा लेते हैं तो करीब 14-16 घंटे आपके शरीर के अंगों को आराम मिलेगा और आप बीमारियों से खुद को बचा सकेंगे।
क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग
यह एक तरह का डाइटिंग पैटर्न है। जिसे ईटिंग और फास्टिंग में बांटा गया है। इसमें क्या खाना है इससे ज्यादा जरूरी बात यह होता है कि आप खाने के बीच में कितना गैप रख रहे हैं। कुछ घंटे की फास्टिंग के बाद खाना, फिर फास्टिंग करने से वजन और हार्मोंस पर भी अच्छा असर पड़ता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग शरीर की कोशिकाओं, हार्मोंस और जीन्स के बिहेवियर पर भी पाजेटिव असर डालती है।
कुछ लोग 12 घंटे खाने से दूरी बनाते हैं तो कुछ लोग 14 -16 घंटे तक खाने से दूर रहते हैं। इसमें ओवर वेट की समस्या तो कम होती ही है साथ ही शरीर लाइट महसूस करता है। डाक्टर का भी यही मानना है कि ओवर वेट होने पर शरीर ज्यादा बीमारियों से ग्रसित होता है।