Health Tips : खीरा है बड़े काम की चीज, कई गंभीर बीमारियों का है रामबाण इलाज
पुराने जमाने में दादा-दादी कहा करते थे खीरा खाए हीरा। कहने का मतलब है कि अगर आप नियमित अंतराल पर खीरा का सेवन करे तो कई गंभीर बीमारियों को दूर भगा सकते हैं। डायटिशियन अनु सिन्हा से जानिए खीरा के और क्या-क्या फायदे हैं....
जमशेदपुर। खीरा रसोईघर का एक जाना-पहचाना नाम है। इसका उपयोग सभी लोग किसी न किसी रूप में किया होगा। सभी लोग खीरा खाए होंगे। खीरा का सेवन सलाद के लिए सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। आम तौर पर लोग यह जानते हैं कि खीरा पेट के लिए ठंडा होता है और इससे शरीर को फायदा होता है। इस संबंध में जमशेदपुर की प्रसिद्ध डायटिशियन अनु सिन्हा कहती हैं कि लोग यह नहीं जानते हैं कि खीरा कई बीमारियों को ठीक करने के लिए एक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है।
खीरा के प्रमुख गुण
डायटिशियन अनु सिन्हा कहती हैं कि खीरा पचने में भारी, पित्त को शांत करने वाला, कफ और वात को बढ़ाने वाला, मूत्र रोग में फायदेमंद होता है। यह मोटापा कम करने और पीलिया रोग को ठीक करने का काम करता है। यही नहीं यदि आपको उल्टी हो रहा है तो खीरा का उपयोग से इसे रोकता है।
खीरा खाने के फायदे
आंखों की बीमारी में - खीरे को पीसकर आंखों के बाहर चारों तरफ लेप लगाने से आंखों के बाहर होने वाले काले धब्बे मिट जाते हैं।
गला का रोग में - गले के रोग में खीरा का उपयोग फायदेमंद होता है। खीरे के पत्ती का काढ़ा बनाएं। 10-20 मिली काढ़े में आधा ग्राम जीरा का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से गले के रोगों में लाभ मिलता है।
पेशाब की समस्या में - पेशाब की समस्या में खीरा का उपयोग करने से फायदा होता है। खाने के समय खीरे का सेवन करें लाभ होगा। खीरे के बीच दो से चार ग्राम काढ़े को दूध के साथ नियमित पीने से कुछ दिनों में पेशाब की जलन और पेशाब में चीनी आने की समस्या से छुटकारा दिलाता है।
- खीरे व तील के बीजों को सामान मात्रा में लेकर दूध के साथ पीस लें- दो से चार ग्राम काढे में घी मिलाकर पीने से पेशाब संबंधी परेशानी ठीक हो जाती है।
- इसका प्रयोग से रूक-रूक कर पेशाब आने की समस्या ठीक होती है। खीरे का तेल पेशाब करने संबंधी बीमारी में लाभदायक होता है। यदि पेशाब न बन रहा हो तो खीरे के बीज के 2-4 ग्राम काढ़े को खट्टी कांजी तथा लवण के साथ मिला लें। इसका सेवन करने से पेशाब बनने लगता है।
- खीरे के पत्तों को पीसकर छान लें। इसमें मिश्री मिलाकर 10-15 मिली पिलाने से पेशाब खुलकर आने लगता है।
पथरी का इलाज - खीरा का सेवन करने से पथरी की समस्या दूर हो जाती है। खीरे का दो-चार ग्राम बीजों को दही के साथ नियमित उपयोग करने से पथरी घुल कर बाहर निकल जाती है।
मुहांसे को दूर करता है - खीरे को पीसकर पूरे चेहरे, आंख तथा गले पर लगाएं। इसे लगभग आधे घंटे तक इसी स्थिति में छोड़ दें। इससे यह मुहांसों तथा रूखी त्वचा की परेशानी को ठीक करता है।
घाव या सजून को दूर करने में - घाव सुखाने और सूजन को दूर करने के लिए खीरा का प्रयोग हाेता है। खीरा को पीसकर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर घाव की सूजन पर उपर से लेप करने से सूजन कम हो जाता है। इस लेप को मवाद वाले स्थान पर लगाने से यह निश्चित स्थान पर मवाद को जमा करने में सहायता करता है।