नल के नीचे मरे मिले मरीज के मामले में स्वास्थ्य सचिव ने रिपोर्ट मांगी
एमजीएम अस्पताल में नल के नीचे तड़पकर एक मरीज के मरने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट तलब की है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नल के नीचे तड़पकर एक मरीज के मरने के मामले को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस मामले में 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट तलब की है। इसे देखते हुए एमजीएम अधीक्षक डॉ. एसएन झा व उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी छुट्टी के दिन भी अस्पताल पहुंचे और रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद स्वास्थ्य सचिव को रिपोर्ट भेज दी दी गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि गोलमुरी स्थित रिफ्यूजी कालोनी निवासी चंद्रशेखर शर्मा को रविवार की दोपहर में विजय शर्मा नामक व्यक्ति ने भर्ती कराया था। चंद्रशेखर शराबी था। उसे तीन दिनों से खून की उल्टी हो रही थी। उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। शाम में मरीज को उसका अटेंडर छोड़ कर चला गया। इसके बाद रात में यह मरीज उस नल के पास क्यों और कैसे पहुंचा, इसकी कोई जानकारी नहीं है। सोमवार की सुबह जब कर्मचारियों की नजर उसपर पड़ी तो उसे तत्काल इमरजेंसी ले जाया गया। इसके कुछ ही देर के बाद मरीज की मौत हो गई। मरीज को नल पर गिरने से पाइप टूट गया था और मरीज रातभर पानी में भींगता रहा। वहीं शव को चूहों ने भी कुतर दिया था।
इस बिंदु पर नहीं हुई जांच
घटना के बाद इमरजेंसी विभाग में भर्ती एक मरीज ने आपबीती बताई थी और इसमें डॉक्टर, होमगार्ड के जवान और स्वीपर को दोषी ठहराया था। उसने पूरी घटनाक्रम को विस्तार से साझा किया था। लेकिन इस बिंदु पर किसी का ध्यान अबतक नहीं गया है। मरीज ने बताया कि इस बिंदु पर जांच करने से आरोपित की पहचान तत्काल हो सकेगी।