तीन संदिग्ध मरीजों की हुई जांच, नहीं हुई कोरोना वायरस की पुष्टि
झारखंड के लिए राहत की बात है कि अभी तक राज्य में एक भी कोरोना वायरस के मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है। शनिवार को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग के वायरोलॉजी लैब में हुई तीन संदिग्ध मरीजों की जांच में सभी के सभी निगेटिव पाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : झारखंड के लिए राहत की बात है कि अभी तक राज्य में एक भी कोरोना वायरस के मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है। शनिवार को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग के वायरोलॉजी लैब में हुई तीन संदिग्ध मरीजों की जांच में सभी के सभी निगेटिव पाए गए हैं। यानी कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। इसमें दो के नमूने रांची स्थित रिम्स से आए थे, जबकि एक संदिग्ध जमशेदपुर के बारीडीह का रहने वाला है। वह दो दिन पूर्व ही मलेशिया से लौटा है। उसके बाद उसे सुखी खांसी व तेज बुखार हो गया। माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रीता चौहान ने बताया कि जमशेदपुर लैब में जांच के बाद तीनों मरीजों का नमूना पुणे लैब में भी जांच के लिए भेजा जाएगा। ताकि वहां के लैब में भी प्रमाणित हो सके। इधर, रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग बल्कि पूरा प्रशासन, चिकित्सक व शहरवासियों ने भी राहत की सांस ली। लोगों में खौफ बना हुआ था कि अगर शहर में यह वायरस फैला तो काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग बाहर से आने वाले सभी लोगों पर विशेष ध्यान दे रहा है। वहीं जिला सर्विलांस विभाग के डॉ. असद ने बताया कि चीन, जापान, इटली, इंडोनेशिया, मलेरिया, कोरिया सहित अन्य देशों से आने लोगों पर विशेष फोकस है। यहां से आने वाले लोगों को अगले 28 दिन तक घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है। वहीं अगले 14 दिन के अंदर उन्हें तेज बुखार, सुखी खांसी, सांस लेने में परेशानी हो तो यह गंभीर मामला हो सकता है। ऐसे लोगों को आइसोलेट कर रखना है। स्थिति गंभीर होने पर उसे किसी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा सकता है।