स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बोले: एमजीएम में कम होगी अनुबंध कर्मियों की संख्या Jamshedpur News
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को बताया है कि हेमंत सोरेन की सरकार अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ मित्रवत काम करना चाहती है।
जमशेदपुर, जासं। Health Minister Banna Gupta said MGM will reduce the number of contract workers झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बहुत सी समस्या है, उन्हें रातों-रात दूर नहीं किया जा सकता। सबसे बड़ी समस्या सफाई की है, लेकिन महज 40 सफाई कर्मी से हम उम्मीद नहीं कर सकते कि इतने बड़े अस्पताल को चकाचक कर देंगे।
यहां परिसदन में रविवार को मीडिया से बातचीत में बन्ना गुप्ता ने कहा कि यहां डाक्टर व नर्स से लेकर हर पद पर कर्मचारियों की कमी है। हमें अस्पताल को सुधारने के लिए पहले पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक करना होगा।हमारी मंशा है कि एमजीएम में अनुबंध कर्मियों की संख्या कम से कम हो। आखिर जो स्टाफ 10-15 साल से काम कर रहे हैं, उनको भी इस सुधार की प्रक्रिया में शामिल किया जाए। हालांकि यह कोई आसान काम नहीं है, लेकिन हमारी सरकार इसी सोच के साथ काम करना चाहती है। इस संबंध में सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में बैठक बुलाई है।
सेवानिवृत्त चिकित्सकों की लेंगे मदद
हम राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक करने के लिए सेवानिवृत्त चिकित्सकों की मदद भी लेना चाहते हैं। उन्होंने सिविल सर्जन से सेवानिवृत्त चिकित्सकों की सूची तैयार करने को कहा है, ताकि सामुदायिक भवनों या मोहल्ला क्लीनिक में स्वास्थ्य सेवा को सुचारू बनाया जा सके। इससे पहले मंत्री ने उपायुक्त समेत पूर्वी सिंहभूम जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की।
आज जमशेदपुर जिला उपायुक्त समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के परिसदन में बैठक किया और जिले में चल रही लोक कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की और भविष्य की योजनाओं पर जानकारी ली। @HemantSorenJMM pic.twitter.com/t7zgbvhWfM — Banna Gupta (@BannaGupta76) February 9, 2020
जीरो टॉलरेंस पर भाषण देने में विश्वास नहीं
बन्ना ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को बताया है कि हेमंत सोरेन की सरकार अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ मित्रवत काम करना चाहती है। हम किसी को अपमानित करना नहीं चाहते हैं, लेकिन सरकार भी उनसे सहयोग की उम्मीद करती है। पांच फीसद वैसे कर्मचारी, जो सुधरना नहीं चाहते, उनके खिलाफ विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। अपमानित या प्रताड़ित किसी को नहीं किया जाएगा। हम जीरो टॉलरेंस पर भाषण देने में विश्वास नहीं करते, करके दिखाने में विश्वास रखते हैं।