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Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम में अब डेंगू व जेई का कहर, आठ संदिग्ध मरीज मिले, रांची से जांच करने जमशेदपुर पहुंची टीम

Havoc of Dengue and JE in Eastsinghbhum कोरोना के खबरे के बीच पूर्वी सिंहभूम में डेंगू एवं जेइ भी पैर पसारने लगा है। आठ नए मरीज मिले हैं। सभी संदिग्ध मरीजों का टीएमएच व मर्सी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढा दी है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 04 Sep 2021 03:58 PM (IST)Updated: Sat, 04 Sep 2021 03:58 PM (IST)
Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम में अब डेंगू व जेई का कहर, आठ संदिग्ध मरीज मिले, रांची से जांच करने जमशेदपुर पहुंची टीम
टीएमएच व मर्सी अस्पताल में आठ संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर । कोरोना अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि पूर्वी सिंहभूम जिले में बरसाती बीमारी डेंगू, मलेरिया व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) कहर बरपाना शुरू कर दिया है। घाटशिला प्रखंड के बुरुडीह पंचायत में एक महिला मरीज की जापानी इंसेफ्लाइटिस से मौत होने के बाद शनिवार को रांची से तीन सदस्यीय टीम जांच करने पहुंची। टीम में स्टेट मलेरिया कंसल्टेंट सज्ञा सिंह, मलेरिया निरीक्षक सुनील कुमार व सलाहकार मो. शहबाज शामिल हैं। यह टीम बुरुडीह पंचायत में मृतक के घर सहित आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण की और रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपेगी।

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वहीं, रविवार को स्वास्थ्य सेवाएं के उप-निदेशक डॉ. एसएन झा पूर्वी सिंहभूम जिले का निरीक्षण करने आएंगे। जिले में जेई व डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है, जो चिंता का विषय है। इसकी रोकथाम को लेकर विशेष कदम उठाने की जरूरत है। अगर बीमारी फैल गई तो उसे रोक पाना काफी मुश्किल होगा। इधर, कोरोना की संभावित तीसरी लहर से भी निपटना है। ऐसे में अगर एक साथ सभी महामारी फैल गई तो उससे निपटना काफी मुश्किल होगा।

टीएमएच व मर्सी अस्पताल में आठ डेंगू व जेई के संदिग्ध मरीजों का चल रहा इलाज

टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) व मर्सी अस्पताल में कुल आठ संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें छह जेई व दो डेंगू के संदिग्ध मरीज शामिल हैं। जिला सर्विलांस विभाग ने सभी मरीजों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दी है। रिपोर्ट सोमवार तक आने की उम्मीद है। उसके बाद ही पता चल सकेगा कि किसे डेंगू व किसे जेई है। हालांकि, सभी मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है।

जिले में 11 जेई व सात डेंगू के मरीज मिल चुके हैं

इस साल जिले में अभी तक 11 जेई व सात डेंगू मरीज मिल चुके हैं। वहीं, जेई से एक महिला मरीज की मौत हुई है। चिकनगुनिया मरीज अभी तक सामने नहीं आए हैं। हालांकि, मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिले के सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि अगर डेंगू, जेई व चिकनगुनिया से संबंधित कोई भी मरीज मिले तो उसकी जांच अवश्य कराई जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

  • बारिश के इस मौसम में मच्छरों के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, जेई के मरीज सामने आते हैं। ऐसे में घर के आस-पास पानी का जमान नहीं होने दें। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मच्छरों के प्रकोप बढ़ने से बीमारी का खतरा अधिक रहता है। इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।

          - डॉ. साहिर पाल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी।


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