जमशेदपुर के मानगो निवासी हरजीत पर जुल्म की इंतहा, जिंदगी से होने लगा मोहभंग Jamshedpur News
Female harassment. एक सितंबर 2020 को हृदय गति थम जाने के कारण मेरे पति हरविंदर सिंह का देहांत हो गया। पति के मरने के बाद तो मुझ पर कहर टूट पड़ा। मेरे ससुर और जेठ मुझपर गलत नजर रखने लगे। जुल्म की इंतहा हो गई।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के मानगो के गुरुद्वारा रोड में रहनेवाली हरजीत कौर अपने बच्चों के साथ खुदकशी करने की मजबूरी बता रही है। हरजीत का कहना है कि उसकी शादी 2012 को टेल्को स्थित तार कंपनी गुरुद्वारे में हरविंदर सिंह के साथ हुई थी।
सिख धर्म के अनुसार सामाजिक रूप से शादी हुई, लेकिन शादी के कुछ समय बाद से ही पति हरविंदर, ससुर महेंद्र सिंह व ननद बॉबी कौर की बात में आकर मुझे मारते-पीटते थे। कई बार तो जेठानी शरणजीत कौर व ननद बॉबी कौर भी मिलकर मुझे मारते और मेरे कपड़े फाड़ देते थे। उनका कहना था कि तुम्हारी शादी में कुछ नहीं मिला। हमें सामान और पैसा चाहिए, जो मेरे भाइयों और मां ने कर्ज लेकर दिया था।
पति की मौत के बाद टूटा दुखों का पहाड़
इसी बीच एक सितंबर 2020 को हृदय गति थम जाने के कारण मेरे पति हरविंदर सिंह का देहांत हो गया। पति के मरने के बाद तो मुझ पर कहर टूट पड़ा। मेरे ससुर और जेठ मुझपर गलत नजर रखने लगे। प्रतिदिन मुझे अपने साथ संबंध बनाने के लिए परेशान करने लगे। जब इस बात की जानकारी मैंने अपनी मां-बहन को दी तो मेरी मां ने ससुराल आकर विरोध किया। इसके बाद मुझे अपने मायके वालों से रिश्ता तोड़ने और ससुर की बात मानने के लिए परेशान किया जाने लगा। कई बार तो मेरी मां को दरवाजे से ही झूठ बोलकर वापस कर दिया गया। ननद भी मुझे बार-बार किसी पांडे नामक अज्ञात व्यक्ति की धमकी दी जाती है कि वो तुम्हें अच्छे से समझा देगा और तेरी बेटियों को बाज़ार में बैठा देगा।
कहीं से नहीं मिला अबतक न्याय
इसकी सूचना मैंने अपने सिख धर्म के कमेटी, मानगो थाना, साकची महिला थाना व कोर्ट को लिखित रूप से दी है, लेकिन अब तक मुझे किसी प्रकार का न्याय नहीं मिला। अगर ऐसा ही रहा तो मैं अपने दोनों बच्चों के साथ आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाऊंगी, जिसके जिम्मेदार प्रशासन और मेरे ससुराल वाले होंगे।