हज यात्री बेचैन, कब उड़ान भरेगा जहाज
उस शख्स पर जन्नत की बहारें हैं निछावर, रखते हैं जो सहरा ए मदीन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : उस शख्स पर जन्नत की बहारें हैं निछावर, रखते हैं जो सहरा ए मदीना की तमन्ना। मदीना मुनव्वरा देखने की तमन्ना शहर के 391 आजमीन-ए-हज में है। लेकिन, अब तक शेड्यूल नहीं आने से वो बेचैन हैं। केंद्रीय हज कमेटी ने सिर्फ कोलकाता से उड़ान भर वाले 10 आजमीन को छोड़ कर बाकी का शेड्यूल जारी किया है। जबकि, रांची से उड़ान भरने वाले 226 आजमीन का कोई शेड्यूल नहीं आया है। इस तरह शहर के 236 आजमीन शेड्यूल का इंतजार कर रहे हैं।
आजमीन ए हज तैबा नगर पहुंच कर जन्नत की बहार के लिए बेकरार हैं। आजमीन ए हज को उस पल का इंतजार बेसब्री से है जब वह अपने आका के शहर में उतरने के बाद अशरफुल मखलूकात हो जाएंगे।
आजमीन ए हज रांची से उड़ान भरने के बाद जद्दा के एयरपोर्ट पर उतरेंगे। कोलकाता से उड़ान भरने वाले आजमीन मदीना मुनव्वरा उतरेंगे। हज कमेटी के खुर्शीद ने बताया कि यहां उन्हें सऊदी खादिम या मुअल्लिम मिलेगा। यह मुअल्लिम उन्हें मक्का ए मोअज्जमा ले कर जाएगा। यहां खान ए काबा के तवाफ से उमरा शुरू हो जाएगा। तवाफ के बाद मकाम ए इब्राहिम अ.स. पर दो रकअत नमाज पढ़नी होगी। पहली रकअत में सुरा ए अलहम्द के बाद सूरा ए कुल या अय्योहल काफेरून और दूसरी रकअत में सूरा ए अलहम्द के बाद सूरा ए इखलास पढ़ना बेहतर है। नमाज के बाद आब ए जमजम पीना है। यह पानी अब टोंटी से निकलता है। यहां के बाद सई करनी है। सई का मतलब सफा और मरवा नाम की पहाड़ी के बीच सात बार दौड़ लगा कर हजरत हाजरा की सुन्नत अदा होगी। आखिर में हल्क यानि सिर मुंडाया जाना है। मक्का मस्जिद के पूर्व पेश इमाम मंजर मोहसिन ने बताया कि हल्क होते ही उमरा पूरा और हाजी नहा कर एहराम उतार देते है।
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नसीमउद्दीन समेत तीन का जहाज पौने 11 पर
हज कमेटी ने कोलकाता से उड़ान भरने वाले 155 हाजियों का जो शेड्यूल जारी किया था उसमें खामी थी। कवर लेटर जेआरएफ 929 के तहत आने वाले तीन आजमीन नसीमुद्दीन, जहांआरा बेगम और अकबरी बेगम का नाम 26 जुलाई को सुबह 8.20 बजे वाली फ्लाइट के साथ ही पौने 11 बजे वाली फ्लाइट में था। इससे ये आजमीन पशोपेश में थे। इसे अब दुरुस्त कर लिया गया है। ये तीनों आजमीन की फ्लाइट 26 जुलाई को सुबह पौने 11 बजे होगी।