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ट्रेन से चोरी हो गए मानव बाल, एक चोर पकड़ाया; दूसरा अब भी फरार

टाटानगर रेलवे पुलिस बल के पास एक दिलचस्प मामला सामने आया है जब ट्रेन से बाल चोरी हो गए। इस मामले में खुफिया तरीके से आरपीएफ की टीम ने जांच की और एक चोर को धर दबोचा जबकि उसका साथी और पूरे प्लान का मास्टर माइंड अब भी फरार है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 01:33 PM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 01:33 PM (IST)
ट्रेन से चोरी हो गए मानव बाल, एक चोर पकड़ाया; दूसरा अब भी फरार
टाटानगर में गिरफ्तार ट्रेन से बाल चोरी करने का आरोपित।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर । अक्सर हमने खाने में बाल और नाक का बाल होना जैसी बातों को सुना होगा। लेकिन बाल चोरी हो जाना, यह शायद पहली बार सुना होगा। जी हां.. टाटानगर रेलवे पुलिस बल के पास ऐसा ही एक दिलचस्प मामला सामने आया है जब ट्रेन से बाल चोरी हो गए। इस मामले में खुफिया तरीके से आरपीएफ की टीम ने जांच की और एक चोर को धर दबोचा जबकि उसका साथी और पूरे प्लान का मास्टर माइंड अब भी फरार है। लेकिन बाल चोरी होना, अब भी किसी के समझ में नहीं आया, आखिर इसकी वजह क्या है। तो आइए जानते हैं कि क्या है पूरी कहानी।

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बाल चोरी होने का मामला मुंबई से हावड़ा के बीच चलने वाली दुरंतो स्पेशल की है। घटना 12 जुलाई की है जब मंमाड़ के एक व्यापारी से हावड़ा के रहने वाले व्यवसायी को 27 बोरा मानव बाल आर्डर के तहत भेजे। ट्रेन टाटानगर में प्रवेश से पहले सिंगल के इंतजार में कुछ देर के लिए आदित्यपुर खरखई ओवरब्रिज के ऊपर खड़ी थी। इसी दौरान जुगसलाई गौरीशंकर रोड पहलवान डेरा निवासी मो. गाेलू और उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर न सिर्फ ट्रेन की पिछली बोगी में बने पार्सल वैगन को खोला और उसमें से दो बोरे नीचे उतार लिए। जब ट्रेन के गार्ड की उन पर नजर पड़ी तब तक ट्रेन चल पड़ी थी। उसने तत्काल इसकी सूचना टाटानगर आरपीएफ को दी। जब तब सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचते। चोर एक बोरी को लेकर चंपत हो गए थे जबकि 40 किलोग्राम वजन होने के कारण दूसरे बोरे को वहीं, झाड़ियों के पास फेंक दिया था ताकि मौका मिलने पर उसे वहां से हटा लेते। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों चोर फरार हो गए थे और आरपीएफ उन पर नजर बनाए हुए थी। इस मामले में बीती रात गुप्त सूचना आरपीएफ ने जुगसलाई स्थित मो. गोलू और एक बोरा बाल बरामद कर लिया।

बाल चोरी करने की क्या है वजह

आरपीएफ को भी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर बाल चोरी करने के पीछे वजह क्या है। प्रथम द्ष्टता यही मान कर चला जा रहा है कि चोरों की मंशा सिर्फ चोरी करना था। पार्सल वैगन खोलने के बाद अंधेरे में उनके हाथ जो लगा, वही उतार लिया। उन्हें क्या पता था कि 40 किलोग्राम वजनी बोरे में कोई सामान नहीं बल्कि बाल होंगे जो उनके किसी काम के नहीं थे। अब चोर बालों की चोरी करके पछता भी रहे हैं और जेल भी पहुंच चुके हैं जबकि उनका एक साथी अब भी इस मामले में फरार है और आरपीएफ उसकी तलाश में जुटी हुई है।


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