Triple Murder Case: पत्नी और दो बच्चों की हत्या का आरोपित गार्ड गिरफ्तार Jamshedpur News
Triple Murder Case. पत्नी रानी सिंह और दो बच्चे आदित्य सिंह और कार्तिक की हत्या के मामले में जितेंद्र सिंह को बागबेड़ा थाना की पुलिस ने टाटा मुख्य अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर छह में पत्नी रानी सिंह और दो बच्चे आदित्य सिंह और कार्तिक की हत्या के मामले में जितेंद्र सिंह को बागबेड़ा थाना की पुलिस ने टाटा मुख्य अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज होगा।
आरोपित के खिलाफ गोलमुरी नामदा बस्ती निवासी प्रभाकर कुमार ने सोमवार को आरोपित के खिलाफ बागबेड़ा थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप लागाया कि बहनोई बहन को हमेशा प्रताड़ित करता था। घर से रूपये लाने को कहता था। शादी के जेवर को बेचने का दबाव देता था। सूचक रानी सिंह का भाई है। आरोपित ने हत्या के बाद खुद भी जान देने के प्रयास में पेट में चाकू घोंप ली थी। रविवार रात आरोपित ने सभी की सब्जी काटने वाली चाकू से हत्या कर दी थी। आदित्य सिंह साकची दयानंद पब्लिक स्कूल में पढ़ता था। हत्या के आरोपित ने पूरी घटना को टाटा मुख्य अस्पताल में सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट और डीएसपी आलोक रंजन के सामने बयां करते हुए अपने अपराध को स्वीकार किया था।
ड्यूटी से लौटने पर पत्नी से हुआ था झगड़ा
बताया था कि रविवार रात 11 बजे के करीब वह दो शिफ्ट ड्यूटी कर वापस घर लौटा। पत्नी रानी सिंह से उसका विवाद हुआ। झगड़े हुए। पहले भी विवाद होते थे। कर्ज के कारण वह परेशान था। कर्ज चुकाने को पत्नी से वह हमेशा जेवर देने को कहता था, लेकिन पत्नी जेवर देने को तैयारी नहीं थी। रात में विवाद होने पर उसने पत्नी की चाकू घोंप कर हत्या कर दी। इस बीच छोटा पुत्र जाग गया तो उसके पेट में चाकू घुसेड़ दी। इसके बाद बड़े पुत्र आदित्य की हत्या कर दी।
बचने के लिए गढ़ी झूठी कहानी
हत्या से बचने को उसने यह कहानी गढ़ी कि लूटपाट करने वाले ने घटना को अंजाम दिया है। इसके लिए उसने खुद भी अपनी पेट और गर्दन में चाकू घोंप ली। पत्नी और बच्चों की लाश के पास जमीन पर लेटा रहा। इससे पहले उसने अलमारी भी खोल दी थी। जेवर और कपड़े को बाहर बिखेर दिये थे। कमरे का दरवाजा भी खोल रखा था। नीचे उसके माता-पिता और भाई रहते है। कमरे की ओर जाने के लिए सीढ़ी के रास्ते एक दरवाजा है जो बंद था। सोमवार सुबह दूध वाला पहुंचा। दरवाजा खटखटाया।
चारों ओर खून ही खून था
काफी समय तक किसी की आवाज नहीं आई तो उसने जितेंद्र सिंह के माता-पिता और भाई को जानकारी दी। इसके बाद दरवाजा तोड़ कमरे की ओर लोग गए तो अवाक रह गए। पलंग पर रानी और उसके बच्चों का शव पड़ा था। चारों ओर खून ही खून था। जितेंद्र सिंह कराह रहा था पुलिस को सूचना दी गई। बागबेड़ा थाना प्रभारी राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। घायल को टीएमएच पहुंचाया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सोमवार रात ही सौंप दिया गया। देर रात शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
फोरेंसिक विभाग ने साक्ष्य एकत्र किया
सिटी एसपी, डीएसपी, बागबेड़ा और परसुडीह थाना प्रभारी समेत फोरेंसिक विभाग की टीम पहुंची थी। बिस्तर पर पड़े शवों के मुंह पर तकिया पड़ा देखा गया। फोरेंसिक विभाग ने साक्ष्य एकत्र किया। टीम ने आपस में निष्कर्ष कर ये अंदेशा जताया कि सबसे चाकू घोंपने के बाद जितेंद्र सिह ने रीना सिंह की तकिया से मुंह दबा दी ताकि वह उसकी चींख नहीं निकल सके। ऐसा ही उसने बच्चों के साथ बारी-बारी से किया। हालांकि पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। फिलहाल पुलिस हत्या को लेकर पास-पड़ोस, रिश्तेदार और परिजनों का बयान ले रही है।