टाटा मोटर्स के पुणे प्लांट में ग्रेड रिवीजन, वेतन में नौ हजार तक इजाफा
टाटा मोटर्स के पुणे प्लांट में ग्रेड रिवीजन समझौता हो गया। समझौते के मुताबिक कर्मचारियों को अगले तीन वर्षों में वेतन में 9000 रुपये का मासिक लाभ मिलेगा।
जमशेदपुर, जेएनएन। मध्यम व भारी वाहनों की निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स के पुणे प्लांट में ग्रेड रिवीजन समझौता हो गया। समझौते के मुताबिक कर्मचारियों को अगले तीन वर्षों में वेतन में 9000 रुपये का मासिक लाभ मिलेगा। बेसिक में कुल 4373 रुपये की वृद्धि की गयी है। यह समझौता एक सितंबर 2018 से अगले तीन वर्षों के लिए प्रभावी होगा।
समझौते के तहत प्रथम वर्ष 75 फीसद राशि जिसमें बेसिक में 4373 रुपये, महंगाई भत्ता में 1046 रुपये, वार्षिक वृद्धि 50 रुपये यानि 5469 रुपये का सीधा लाभ होगा। जबकि अप्रत्यक्ष रुप से पीएफ (12 फीसद) मद में 656 रुपये, ग्रेच्यूटी (5.56 फीसद) मद में 304 रुपये तथा वीपीएलपी भार 321 रुपये के साथ कुल 1281 रुपये का लाभ होगा। इस तरह कर्मचारियों के वेतन में प्रथम वर्ष प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से प्रतिमाह 6750 रुपये की वृद्धि होगी। दूसरे वर्ष 15 प्रतिशत की राशि यानि 1350 बढ़ेगी जिसमें प्रत्यक्ष लाभ के रुप में चिल्ड्रेन एजुकेशन अलाउंस में 648 रुपये तथा हाउस मेंटनेंस अलाउंस के रुप में 649 रुपये की वृद्धि शामिल है। इसके अलावा अप्रत्यक्ष के रुप से वर्तमान भत्ता पर पीएल इनकैशमेंट पर 53 रुपये की वृद्धि शामिल है।
तीसरे साल शेष 10 प्रतिशत राशि यानि 900 रुपये बढ़ेगी जिसमें प्रत्यक्ष रुप से हाउस मेंटनेंस भत्ता के मद में 396 रुपये और यूनिफार्म मेंटनेंस भत्ता के मद में 468 रुपये बढ़ेगा। अप्रत्यक्ष रुप में वर्तमान भत्ता पर पीएल इनकैशमेंट पर 36 रुपये का लाभ होगा। हालांकि जानकारों का कहना है कि समझौते में वेतन में अधिकतम 15,850 रुपये की वृद्धि की गयी है। लक्ष्य पूरा करने पर 9000 रुपये के साथ एमओपी मेजर ऑफ परफॉरमेंस 4250 रुपये तथा सेफ्टी और क्वालिटी लक्ष्य को पूरा करने पर 2600 रुपये यानि अधिकतम कुल 15,850 रुपये की वृद्धि होगी। समझौते से करीब 4000 स्थायी कर्मी लाभान्वित होंगे।
अब जमशेदपुर में बढ़ेगा ग्रेड रिवीजन का दबाव
टाटा मोटर्स के पुणे प्लांट में ग्रेड रिवीजन होने के बाद अब मदर प्लांट जमशेदपुर में दबाव बढ़ जाएगा। यहां कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल-19 से लंबित होगा। समय पर समझौते कराने को लेकर यूनियन ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है। यहां स्थायी कर्मियों की संख्या करीब 5,000 व अस्थायी मजदूर 4,700 हैं।