ऑनलाइन क्लास के लिए सरकारी शिक्षिका ने खुद ही बना डाली वेबसाइट
सरकार व स्कूली शिक्षा विभाग की परेशानी को देखते हुए एक सरकारी हाईस्कूल की शिक्षिका ने अन्य शिक्षकों व स्कूलों के सहयोग के लिए खुद ही अपनी वेबसाइट बना डाली है। इस वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन क्लास का संचालन लाइव हो सकेगा। यह वेबसाइट टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा ने तैयार किया है। इसे लर्नेसडॉटकाम का नाम दिया गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : सरकार व स्कूली शिक्षा विभाग की परेशानी को देखते हुए एक सरकारी हाईस्कूल की शिक्षिका ने अन्य शिक्षकों व स्कूलों के सहयोग के लिए खुद ही अपनी वेबसाइट बना डाली है। इस वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन क्लास का संचालन लाइव हो सकेगा। यह वेबसाइट टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा ने तैयार किया है। इसे लर्नेसडॉटकाम का नाम दिया गया है।
इसमें छात्रों का फालोअप भी हो सकेगा, जो वर्तमान में नहीं हो पा रहा था। परीक्षा संबंधी जानकारी एवं प्राप्तांक भी आसानी से छात्र देख सकेंगे। इस वेबसाइट का इस्तेमाल सभी शिक्षक कर सकते हैं। बस इसके लिए वीडियो अपलोड करने की अनुमति एडमिन से लेनी होगी। इस तरह का वेबसाइट बनाने वाला यह झारखंड का पहला स्कूल है। इस वेबसाइट से जुड़ने के लिए छात्रों को अपनी ईमेल आइडी से लॉगिन करना होगा।
वेबसाइट पूरी तरह से सुविधाओं से युक्त
शिक्षिका शिप्रा मिश्रा ने कहा कि इस वेबसाइट आधुनिक फीचर से सुसज्जित है। इसका उद्घाटन 16 फरवरी को सरस्वती पूजा के दिन किया जाएगा। इस कार्य में उनकी बहन स्वाति झा जो एक आइटी फार्म सेड्रल कंपनी से जुड़ी हुई हैं ने सहयोग किया।
-शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार इस तरह के शिक्षकों के प्रयास से ही हो सकते हैं। सभी को अपना दायित्व निभाना होगा, तभी हम सरकारी स्कूल को पूरी तरह से अपडेट कर सकेंगे। टाटा वर्कर्स यूनियन की शिक्षिका का यह प्रयास दूसरे शिक्षकों के लिए प्रेरित करने वाला होगा।
- एसडी तिग्गा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम।
बिना हस्ताक्षर के आरटीई बच्चों के नामांकन को ले नोटिस हुआ चस्पां
शिक्षा विभाग के कार्यालय में चस्पां किए गए एक नोटिस की चर्चा इन दिनों लोगों के बीच हो रही है।
दो दिन पूर्व एक नोटिस शिक्षा विभाग में चस्पां किया गया है। इसमें आरटीई कोटे के तहत नामांकन पूरी तरह निश्शुल्क होने की बात बताई गई है। साथ ही पात्र लाभुक उचित फोरम पर अभिभावक स्कूल में वैध दस्तावेजों के संग आवेदन करने तथा दलालों के चक्कर न पड़ने की बात लिखी गई है। इसके बावजूद अगर कोई व्यक्ति दलाल के चक्कर के फंसता है तो इसका जिम्मेदार स्वयं वह व्यक्ति होगा। इस नोटिस में किसी भी पदाधिकारी का हस्ताक्षर नहीं है और न ही विभाग का मुहर। आधे लोग इसे फर्जी नोटिस मान रहे हैं और आधे इसे सही मान रहे हैं।
निजी स्कूलों की लॉटरी प्रक्रिया एवं गरीब व अभिवंचित वर्ग श्रेणी के लिए आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों पर नामांकन में धांधली और फर्जीवाड़े के रैकेट का मामला प्रकाश में आया था। इस मामले का एक वीडियो भी वायरल हुआ था।