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Indian Railways : रेल कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, नाइट एलाउंस पर बन सकती है बात

Indian Railways.रेलवे के वैसे कर्मचारी जिनका बेसिक 43600 रुपये से अधिक है उन्हें जल्द ही नाइट एलाउंस का लाभ मिल सकता है। रेलवे बोर्ड ने देश के सभी जोन के महाप्रबंधक को इस संबंध में पत्र भेजा है। ये रही पूरी जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 01:25 PM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 01:25 PM (IST)
Indian Railways : रेल कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, नाइट एलाउंस पर बन सकती है बात
एनएफआइआर की लंबी लड़ाई के बाद अब रेलवे बोर्ड ने सभी जोन से प्रस्ताव मांगा है।

जमशेदपुर, जासं। Indian Railways रेलवे के वैसे कर्मचारी जिनका बेसिक 43,600 रुपये से अधिक है उन्हें जल्द ही नाइट एलाउंस का लाभ मिल सकता है। रेलवे बोर्ड ने देश के सभी जोन के महाप्रबंधक को इस संबंध में पत्र भेजा है जिसमें उनसे जानकारी मांगी है कि रात में रेल परिचालन के लिए अनिवार्य रूप से कितने कर्मचारी चाहिए होते हैं जिनका बेसिक 43,600 रुपये से अधिक है। ऐसे में उम्मीद जगी है कि एक ज्यादा बेसिक वाले कर्मचारियों को नाइट एलाउंस का लाभ मिल सकता है।

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आपको बता दें कि वर्ष 2017 में ही रेलवे बोर्ड ने ज्यादा बेसिक पाने वाले कर्मचारियों का नाइट एलाउंस बंद करने की घोषणा कर दी है। साथ ही वर्ष 2016 से ही ज्यादा बेसिक पाने वाले जिन कर्मचारियों ने नाइट एलाउंस लिया है उनसे एरियर के साथ पूरी राशि वसूलने का आदेश दिया गया था। लेकिन नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन (एनएफआइआर) के विरोध के बाद नाइट एलाउंस वसूलने का आदेश पर रोक लगा दी थी। लेकिन नाइट एलांउस को बंद ही रखा। ऐसे में एनएफआईआर ने रेलवे बोर्ड में कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करते हुए तर्क रखा कि रात में काम करना प्रकृति के नियमों के खिलाफ है। जब कर्मचारी रात में काम करते हैं तो वे एक तरह से प्रकृति के नियमों का उल्लघंन कर काम करते हैं। पूरी रात जागते हैं ऐसे में उन्हें इसका मेहनताना स्वरूप रात्रि भत्ता मिलना चाहिए।

एनएफआइआर ने लडी लंबी लडाइ

एनएफआइआर की लंबी लड़ाई के बाद अब रेलवे बोर्ड ने सभी जोन से प्रस्ताव मांगा है कि रात में रेलवे के परिचालन व सभी सेवाओं को संचालित करने के लिए कितने कर्मचारियों की जरूरत है और इनमें से कितने कर्मचारी 43,600 बेसिक पाने वाले हैं। चक्रधरपुर मंडल में स्टेशन मास्टर, गार्ड, असिस्टेंट ड्राइवर, ड्राइवर व सुपरवाइजर मिलाकर लगभग 6000 कर्मचारी हैं जिन्हें 43,600 से अधिक बेसिक मिलता है। दक्षिण -पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के कार्यवाहक महामंत्री शशिरंजन मिश्रा का कहना है कि हम ज्यादा बेसिक पाने वाले कर्मचारियों की हक की लड़ाई जारी रखे हुए हैं। रेलवे बोर्ड की ओर से भेजा गया पत्र कर्मचारियों के लिए शुभ संकेत के समान है। उम्मीद है कि कर्मचारियों को जल्द ही इसका लाभ मिल सकता है।


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