गए थे अवैध खनन की जांच करने, मिल गया सोने का खनिज भंडार, ये रही पूरी जानकारी Jamshedpur News
झारखंंड पूर्वी सिंहभूम के पोटका में क्वाट्ज और क्वार्टजाइट के अवैध खनन की जांच करने पहुंची भूतत्व विभाग की टीम को उक्त क्षेत्र में बड़ी मात्रा में सोना के खनिज भंडार का पता चला है।
चाईबासा, सुधीर पांडेय। झारखंंड पूर्वी सिंहभूम के पोटका में क्वाट्ज और क्वार्टजाइट के अवैध खनन की जांच करने पहुंची भूतत्व विभाग की टीम को उक्त क्षेत्र में बड़ी मात्रा में सोना (गोल्ड) के खनिज भंडार का पता चला है। इससे विभाग खासा उत्साहित है। विभाग के निदेशक फैज अक मुहम्मद मुमताज ने इस क्षेत्र को अपने अधीन में लेकर नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव दिया है।
खान एवं भूतत्व विभाग के उपनिदेशक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पोटका में ओडिशा सीमा से सटे तिरिंग गेट के पास राघवडीह, किशनडीह व मरांगमाली वन क्षेत्र में सड़क किनारे भारी मात्रा में क्वाट्ज और क्वार्टजाइट का अवैध खनन किया जा रहा है। पिछले दिनों इसकी जांच के लिए जमशेदपुर के खनन पदाधिकारी नदीम शरीफ और सहायक निदेशक करुण कुमार को लेकर वे पोटका गए थे। जांच के क्रम में पाया कि उक्त क्षेत्र में तीन जगह करीब 690 टन, 1150 टन और 345 टन के क्वाट्ज और क्वार्टजाइट को तोड़कर भंडारित किया गया है। निरीक्षण में बहुतायत मात्रा में स्मोकी क्वाट्र्ज और फुंसीटाइट क्वार्टजाइट भी पाया गया। स्मोकी क्वाट््र्ज में पायराइट, चालकोपायराइट के अंश देखे गए। यहां स्मोकी क्वाट््र्ज मिलने से यह संभावना बनी कि निश्चित रूप से यहां पर सोना खनिज भी मौजूद होगा, क्योंकि स्मोकी क्वाट््र्ज में ही सोना खनिज होने की प्रबल संभावना रहती है।
शुरू होगी नीलामी की प्रक्रिया
उपनिदेशक ने बताया कि नदी नाला एवं स्मोकी क्वाट््र्ज में रासायनिक विश्लेषण में सोने के अंश लगभग 2.17 पीपीएम पाया गया है। यह एक उच्च गुणवत्ता का मानक है। रांची स्थित जीएसआइ (जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) के डिप्टी डायरेक्टर जनरल जनार्दन प्रसाद की ओर से जानकारी दी गई है कि भू वैज्ञानिक अन्वेषण दल यहां सोना खनिज के लिए भूतत्व सर्वे का कार्य कर रहा है। काम पूरा होने के बाद यहां सोना खनिज की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
ये कहते खान उपनिदेशक
राघवडीह, किशनडीह और मरांगमाली क्षेत्र में सड़क किनारे मिले करीब 2175 टन क्वाट््र्ज और क्वार्टजाइट को तोड़कर किए गए भंडारण को खनन विभाग ने जब्त कर लिया है। इसे माइनिंग अफसर ने पोटका पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। अवैध खनन से जुड़े लोगों की पहचान की जा रही है। वहीं, यहां सोना खनिज होने की संभावना को देखते हुए खान निदेशक को जानकारी दी गई है। विभाग को बहुत जल्द सोना खनिज भंडारण की नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने के लिए पत्र भी लिखा गया है।
- संतोष कुमार ङ्क्षसह, उपनिदेशक खान, चाईबासा।
ऐसे निकलता है सोना
सोना को क्वाट््र्ज पत्थरों से निकाला जाता है। सोने के छोटे-छोटे टुकड़े इन पत्थरों में होते हैं। ऐसे पत्थर रांची और पूर्वी व पश्चिमी ङ्क्षसहभूम में पाए जाते हैं। खुदाई के बाद पत्थर की पिसाई कर तेज पानी के बहाव में छाना जाता है। भारी धातु नीचे बैठ जाती है। फिर गोल्ड अट्रैक्टर मैग्नेटिक नीडल से सोना पत्थर से अलग किया जाता है।
कुंदरकोचा व लावा में हो रहा अभी सोने का खनन
पूर्वी ङ्क्षसहभूम के कुंदरकोचा और लावा में दो जगह पहले से ही सोने का खनन हो रहा है। चाईबासा जिले के परडीहा और परासी में सोने की खान की नीलामी हो चुकी है। यहां अभी खनन नहीं शुरू हो पाया है। जमशेदपुर के भीतरडारी में सोने की खान की मात्रा का पता लगाने का काम चल रहा है।
इन इलाकों में भी मिले हैं सोना होने के संकेत
ङ्क्षसहभूम इलाके के ईचागढ़, जोजोडीह, भेंगम फुलझड़ी, मोर्चागोरा, ओटिया, टैबो और लुकापानी गांव के पास सोना खनिज होने के प्रारंभिक संकेत मिले हैं। जीएसआइ की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। हालांकि, अभी तक जीएसआइ की ओर से इसका परीक्षण पूरा नहीं किया गया है।