मुर्शिदाबाद के मजदूरों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश
नुआग्राम में ठहरे पश्चिम बंगाल के मजदूरों की गुहार पर अनुमंडल पदाधिकारी अमर कुमार ने बीडीओ को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
संवाद सहयोगी, घाटशिला : नुआग्राम में ठहरे पश्चिम बंगाल के मजदूरों की गुहार पर अनुमंडल पदाधिकारी अमर कुमार ने बीडीओ को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। वहीं कांग्रेस नेता शेख भोलू ने नुआग्राम जाकर इन मजदूरों को कुछ दिन का अनाज व सब्जी उपलब्ध करायी है। बुधवार को एसडीओ कुमार ने शहर में घूमकर लॉक डाउन का जायजा लिया। इस दौरान एसडीओ ने इंदिरा मार्केट जाकर सब्जी दुकानदारों को ं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने के साथ फ्लैट, अपार्टमेंट व गली मोहल्ले में घूम कर सब्जी की होम डिलीवरी करने का भी परामर्श दिया। इसके बाद एसडीओ घाटशिला, काशिदा व राजस्टेट में घूमे। इस दौरान बेवजह घूम रहे लोगों को खदेड़ने के साथ एक पीडीएस दुकानदार को सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं करने पर जमकर फटकार लगायी।
यूसिल माइंस में उत्पादन शुरू
यूसिल माइंस जादूगोड़ा में बुधवार से ए शिफ्ट से उत्पादन का काम चालू हो गया। महाप्रबंधक एसके शर्मा के अनुसार, भारत सरकार की ओर से संशोधित पत्र जारी कर कोयला, मिनरल उत्पादन, ट्रांसपोर्टेशन संबंधी कार्य को लॉक डाउन से मुक्त किए जाने की जानकारी दी गई है। इसलिए माइनिग एवं उत्पादन का कार्य शुरू किया गया है। इसमें यूसिल कॉलोनी एवं आसपास रहने वाले कर्मचारियों को फिलहाल काम के लिए आना होगा। सभी विभाग प्रमुख बेसिक सपोर्ट सर्विस सहयोग प्रदान करेंगे। सभी कार्यों में सोशल डिस्टेंसिग के साथ उपकरण एवं कॉमन स्थानों को सैनिटाइज किया जाएगा। किसी मजदूर में कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उसे आइसोलेट करने की भी व्यवस्था है। मालूम हो की 24 मार्च से यूसिल ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी विभागों के कार्य को तत्काल प्रभाव से रोक दिया था। शर्मा ने बताया कि अभी सिर्फ माइंस में खनन कार्य किया जाएगा इसके अलावा सभी कार्य बंद रहेंगे आवश्यक सेवाएं पूर्व की भांति जारी रहेगी।
डुमरिया में ग्रामीणों ने की नाकाबंदी
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए गांवों में चौकसी बरती जा रही है। मंगलवार को डुमरिया के भालुकपातड़ा एवं बाकुलचंदा के ग्रामीणों ने मार्ग को बांस से घेरकर नाकाबंदी कर दी। साथ ही बाहरी व्यक्ति के लिए गांव मे प्रवेश निषेध लिखा गया है।
ओडिशा से लौटे तीन मजदूर क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट
बाहर राज्यों से आने वाले लोगों पर प्रशासन की पैनी नजर है। इसी कड़ी में ओडिशा के जाजपुर से डुमरिया के बनकाटी गांव लौटे तीन मजदूरों को प्रशासन ने क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉ अरविद सेठ ने सेंटर जाकर इन मजदूरों का परीक्षण किया। यहां से कोई भागे नहीं, इसके लिए पुलिस तैनात की गई है। बड़ाकांजिया पंचायत स्तर से सेंटर मे रखे गए मजदूरों के लिए भोजन पानी का प्रबंध कराया जा रहा है।
संवाद सूत्र, धालभूमगढ़ : सहियाओं की बैठक बुधवार को फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में आयोजित की गई हुई। बैठक की जानकारी मिलते ही गस्ती में निकले धालभूमगढ़ पुलिस द्वारा उनको एकत्रित होकर बैठक करने से मना कर देने के बाद वह उठकर फॉरेस्ट रेस्ट हाउस से चले गए। हालांकि पुलिस के आने से पूर्व ही बैठक में बीटीटी चुनाराम मन्ना ने सहियाओं को उनके कार्यों एवं सावधानियों के बारे में जानकारी दे चुके थे। उन्होंने कहा कि फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की मुख्य भूमिका क्वॉरेंटाइन सेंटर में मरीजों की देखभाल एवं सावधानी बरतना है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एवं समुदाय में सरकार के महत्वपूर्ण संदेशों का प्रचार प्रसार करना उनकी जिम्मेवारी है। इसके अलावा संदिग्ध मामलों की शीघ्र पहचान करना तथा उनके उचित रेफरल की कार्यवाही करना फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का दायित्व है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में भी कोताही ना बरतें। बैठक में निरुपमा गायन, संगीता नामाता, रानी मुखर्जी, अमिता सिंह, इंद्राणी महतो, प्रतिमा महतो, सुनिया हांसदा, रेवती सिंह, मालती सिंह आदि उपस्थित थी।