एमजीएम से हटाए गयी जी अलर्ट एजेंसी, बेरोजगार हो जाएंगे 653 कर्मचारी
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संचालित जी अलर्ट एजेंसी को हटा दिया गया है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता, )। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संचालित जी अलर्ट एजेंसी का अनुबंध सोमवार की रात 12 बजे खत्म हो गयी है। इसकी जानकारी एमजीएम अधीक्षक डॉ. एसएन झा ने उन्हें बुलाकर दी। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों में हडकंप मच गया और वे लोग कंपनी के इंचार्ज पर भड़क गए।
जी अलर्ट एजेंसी के तहत अस्पताल में कुल 91 सुरक्षाकर्मी तैनात है। अधीक्षक का फरमान मिलने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि साहब हमलोग कहां जाएंगे? भूखमरी की नौबत आ जाएगी। नये साल पर बहुत बड़ा झटका है। इसपर अधीक्षक ने कहा कि एजेंसी का समय-सीमा खत्म होने की जानकारी पदाधिकारियों को दी गई थी। पर, वे लोग सुरक्षाकर्मियों तक नहीं पहुंचाएं।
सुरक्षाकर्मी इंतजार में है कि दोबारा उन्हें बुलाया जाएगा। जी अलर्ट एजेंसी पर कई आरोप लगा था। इसमें सुरक्षाकर्मियों की संख्या कम से लेकर उनके वेतन, पीएफ, ईएसआई की सुविधा न मिल पाना है। वहीं कुछ दिनों पूर्व हुई जांच में खुलासा हुआ था कि एजेंसी अपनी संख्या पूरी करने के लिए झारखंड के अन्य जिलों से कर्मचारियों को बुलाकर संख्या गिनाई थी। इसके बावजूद भी संख्या कम पायी गई थी। इसे स्वास्थ्य सचिव ने गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
जी अलर्ट एजेंसी बीते चार साल से एक्सटेंशन पर चल रहा था। जी अलर्ट का अक्टूबर 2018 से दिसंबर 2018 तक का भुगतान भी रोका गया है।
होमगाडों की बढ़ेगी संख्या, मांगे जाएंगे 43 जवान
जी अलर्ट एजेंसी के बाद अब एमजीएम की सुरक्षा-व्यवस्था होमगार्ड के जवानों पर होगी। उनकी संख्या बढ़ाकर 91 की जाने की तैयारी है। फिलहाल अस्पताल में 48 सुरक्षाकर्मी तैनात है। यानी 43 नये होमगार्ड के जवानों की तैनाती होगी। अस्पताल में सुरक्षा-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए जल्द से जल्द कर्मचारियों की बहाली करनी होगी।
एडवांस व श्रीराम इंटरप्राइजेज एजेंसी का भी समय खत्म
एडवांस व श्रीराम इंटरप्राइजेज एजेंसी का भी समय 31 दिसंबर की रात 12 बजे खत्म हो रहा है। हालांकि, टेंडर फाइनल नहीं होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने एजेंसी को हटाने संबंधित कोई लिखित सूचना नहीं दी है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इन कर्मचारियों की भूमिका अहम है। अचानक से हटाने से अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसकी सूचना स्वास्थ्य सचिव को दी गई है। आदेश का इंतजार हो रहा है। एक-दो दिनों के अंदर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एमजीएम में फिलहाल आउटसोर्स पर 974 कर्मचारी तैनात है। नये आदेश में 412 कर्मचारियों को रखने का निर्देश आया है। यानी 562 कर्मचारी हटाए जा सकते है।
एमजीएम में नहीं रहेगा एक भी ड्रेसर, कैसे होगा इलाज
नये टेंडर के अनुसार एमजीएम में ड्रेसर का पद हटा दिया गया है। उसके जगह पर कर्मचारियों की बहाली रोक दी गई है। इससे अस्पताल की व्यवस्था चौपट हो जाएगी। दवा व स्लाइन चढ़ाने के लिए भी कर्मचारी ढूंढे नहीं मिलेंगे।
जी अलर्ट एजेंसी को हटा दिया गया है। वहीं दो और एजेंसी को हटाया जाना है। इसकी सूचना विभाग को दी गई है। उधर, से आदेश आने का इंतजार हो रहा है।
- डॉ. एसएन झा, अधीक्षक, एमजीएम।