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आदित्यपुर की फर्नेस कंपनियों को सरकार से नहीं मिली राहत Jamshedpur News

झारखंड में सत्ता परिवर्तन के बाद फर्नेस कंपनी के मालिकों को उम्मीद थी कि उन्हें बिजली के बढ़े हुए दर से कुछ राहत मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 08:33 AM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 08:33 AM (IST)
आदित्यपुर की फर्नेस कंपनियों को सरकार से नहीं मिली राहत Jamshedpur News
आदित्यपुर की फर्नेस कंपनियों को सरकार से नहीं मिली राहत Jamshedpur News

आदित्यपुर, जासं। कोल्हान की दो दर्जन से ज्यादा फर्नेस कंपनियां बिजली दर में बढ़ोतरी के कारण नवंबर 2019 से बंद हैं। झारखंड की रघुवर सरकार ने उद्यमियों को तीन माह की सब्सिडी दी, लेकिन स्थायी समाधान नहीं किया। इसकी वजह से 15 से ज्यादा कंपनियों पर अब ताले लटक रहे हैं। वहीं, 10 कंपनियों में उत्पादन शुरू हुआ, लेकिन उत्पादन लागत बढ़ने से अब वे भी बंद होने के कगार पर हैं।

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झारखंड में सत्ता परिवर्तन के बाद फर्नेस कंपनी के मालिकों को उम्मीद थी कि उन्हें बिजली के बढ़े हुए दर से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। राज्य में हेमंत सरकार को बने छह माह हो गए, जहां कंपनी मालिक एक बार फिर वही गुहार लगा रहे हैं। इस सरकार से कंपनी मालिक उम्मीद लगाए बैठे हैं। कंपनी मालिकों का कहना है कि एक राज्य में बिजली के तीन अलग-अलग टैरिफ क्यों हैं। उत्पादन लागत बढ़ने से यदि उनकी कंपनी बंद होगी तो हजारों मजदूरों के घरों के चूल्हे भी ठंडे हो जाएंगे। इसी उम्मीद के साथ फर्नेस कंपनियों के मालिक पिछले दिनों रांची गए थे, जहां उद्योग सचिव को ज्ञापन सौंपकर बिजली दर में राहत दिलाने की मांग रखी। कंपनी मालिक चाहते हैं कि सरकार कोल्हान में दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) की बिजली उपलब्ध कराए, ताकि उनकी कंपनी निर्बाध रूप से चल सके।

अगस्त में हुई हड़ताल, नवंबर से बंद

अप्रैल 2019 में झारखंड राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेवीबीएनएल) ने अपनी टैरिफ में बढ़ोतरी कर दी। इसके बाद कोल्हान की सभी फर्नेस कंपनियों ने घाटा सहकर भी तीन माह तक अपना उत्पादन जारी रखा। इस बीच वे मांग करते रहे, लेकिन जब सरकार से कोई मदद नहीं मिली तो नाराज उद्यमियों ने अगस्त में हड़ताल कर दी। इस मामले में बीच का रास्ता निकालते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कंपनी मालिको को तीन माह के लिए 2.25 रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा की। कंपनी मालिकों को उम्मीद थी कि इस अवधि के बाद सरकार उनकी समस्या का स्थायी समाधान करेगी।

ये कहते उद्यमी

बिजली दर में नही हुआ सुधार तो झारखंड से फर्नेस उद्योग बंद हो जाएंगे। क्योंकि इससे कंपनी मालिकों का उत्पादन लागत बढ़ गया है।

-सांवरमल शर्मा, मालिक, कामसा स्टील

बढ़े टैरिफ को ठीक करने के लिए अभी तक किसी भी सरकार ने पहल नहीं की है।सरकार कोल्हान के व्यवसायियों को डीवीसी की बिजली उपलब्ध कराने के लिए निर्णायक कदम उठाए।

-बबलू जायसवाल, मालिक, मेकर्स कास्टिंग


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