हर वारदात के बाद गाड़ी का नंबर प्लेट बदल देता है यह लुटेरा गिरोह
इस लुटेरा गिरोह की मॉडस अपरेंडी खास है। हर वारदात के बाद गाड़ी का नंबर प्लेट बदल दो ताकि पकड़े जाने की कोई सूरत नहीं बचे।
जमशेदपुरए जेएनएन। इस लुटेरा गिरोह की मॉडस अपरेंडी खास है। हर वारदात के बाद गाड़ी का नंबर प्लेट बदल दो ताकि पकड़े जाने की कोई सूरत नहीं बचे। चांडिल रेलवे स्टेशन पर डकैती करने के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े चार डकैतों के बाद अब पुलिस को अंतरराज्यीय डकैत गिरोह के मास्टर माइंड कपाली निवासी मो. रफीक व जुगसलाई निवासी सरफराज की तलाश है। दोनों के घर आरपीएफ व जीआरपी ने छापेमारी की लेकिन दोनों हाथ नहीं लगे।
जीआरपी के अनुसार चांडिल व बंगाल के अनारा स्टेशनों पर डाली गई डकैती के सामानों की बिक्री से मिली रकम को आपस में बांटने के बाद अंतरराज्यीय डकैत गिरोह ने रामगढ़ में कैश वाहन लूटने की पूरी तैयारी कर ली थी। इस योजना के सिलसिले में रफीक व सरफराज दोनों रामगढ़ में दो दिनों तक रुके थे। किस जगह से कैश वाहन को लूटना है उसकी पूरी योजना बन चुकी थी। बस डकैत गिरोह के सदस्यों को रामगढ़ ले जा कर बताना था। इससे पहले ही चांडिल डकैती का उदभेदन हो गया और मो. फिरोज, अनूप चक्रवर्ती उर्फ बंगाली, मनोज यादव उर्फ भुवंर बच्चा व मो. अतहर इकबाल की गिरफ्तारी हो गई। सूत्रों के अनुसार डकैत गिरोह के रफीक व सरफराज बोलेरो व टाटा सुपर एक्स वाहन का इस्तेमाल डकैती व लूट के माल को लोड कर फरार होने में करते थे। हर वारदात के बाद वाहनों का नंबर प्लेट बदल दिया जाता था।
रफीक व सरफराज ने बंद किया मोबाइल
डकैत गिरोह के चार सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद इसकी सूचना जैसे ही रफीक व सरफराज को मिली, दोनों ने अपना अपना मोबाइल स्विचऑफ कर दिया। पुलिस को दोनों का लोकेशन पता करने में परेशानी हो रही है।