सरायकेला में चार बच्चों को बेसहारा छोड़ घर से भागे दंपति Jamshedpur News
बच्चों के पिता कुछ दिन पहले ही घर छोड़ कर कहीं चला गया है। बच्चों की मां दो माह पहले ही पति के यहां बच्चों को छोड़ कर अपने मौसी घर चली गई है। पिता की खोजबीन की जा रही है। परंतु उसका कोई अता पता नहीं चल रहा है।
सरायकेला (जागरण संवाददाता) । राजनगर प्रखंड क्षेत्र के जोनबनी पंचायत अंतर्गत गेडेसाई गांव में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना प्रकाश में आया है। चार बच्चों को बेसहारा छोड़ कर दम्पति घर से भाग गए हैं। छोटे छोटे बच्चे अकेले घर में हैं। बच्चों के पिता कुछ दिन पहले ही घर छोड़ कर कहीं चला गया है। बच्चों की मां दो माह पहले ही पति के यहां बच्चों को छोड़ कर अपने मौसी घर चली गई है। पिता की खोजबीन की जा रही है। परंतु उसका कोई अता पता नहीं चल रहा है। वहीं मां अपने मौसी घर में है, उसे बुलाया जा रहा है। लेकिन वह आना नहीं चाह रही है। मां के दिल में जरा सी भी बच्चों के प्रति ममता नहीं बची है। बताया जा रहा है कि वह बच्चों को अपनाने से भी मना कर रही है।
जानकारी के मुताबिक राजनगर के गेडेसाई के रहने वाले दम्पति भोलानाथ मुंडा एवं बसंती मुंडा के चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी कुमारी ममता मुंडा (15) कस्तूरबा विद्यायल में दसवीं की छात्रा हैं। बेटा संजय मुंडा(11) व सविता मुंडा(11) मध्य विद्यालय झलक में कक्षा छह में पड़ते हैं। वहीं आठ वर्षीय छोटा बेटा विजय मुंडा गांव के स्कूल में पड़ता है। चारों बच्चे घर में अकेले ही रह रहे हैं। चारों भाई बहनों को खुद ममता मुंडा सम्भाल रही हैं।
बच्चे काफी दयनीय स्थिति में हैं। गुजर बसर करने में बड़ी मुश्किल हो रही है। दो दिन पहले गांव के रामरतन महतो ने चारों बच्चों को थाना लाकर थानेदार से इनकी मदद के लिए उपाय सूझने को कहा था। थानेदार ने माता पिता को ढूंढकर सौंपने को कहा। साथ ही जिला बाल कल्याण समिति से सम्पर्क करने को कहा। इसके बाद बच्चों को लेकर जिला भी पहुंचा था। परंतु बात नहीं बनी।
पति को हुआ कुष्ठ रोग, इसलिए पत्नी घर से भागी
ग्रामीणों के मुताबिक भोलानाथ मुंडा कुष्ठ जैसे रोगों से पीड़ित हैं। जिसे पढ़े लिखे समाज भी हीन दृष्टि से देखता है। समाज के इसी मानसिकता के कारण ही शायद खुद की पत्नी बसंती मुंडा भी खुद अपने ही पति को छोड़ कर चली गई। पत्नी के लिए अपने चार बच्चों के प्रति दया भी नहीं दिखा। कुष्ठ रोग से पीड़ित पति ने भी अंततः कुछ दिनों बाद बच्चों को बेसहारा छोड़ घर से कहीं चला गया। चार बच्चे मां बाप के रहते हुए भी अनाथ जैसे महसूस कर रहे हैं।
डालसा के पीएलवी ने बेसहारा बच्चों को खाद्य सामग्री देकर की मदद
इन बेसहारा बच्चों की दयनीय स्थिति की सूचना मिलते ही जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पारा लीगल वोलेंटियर्स भक्तु मार्डी एवं विश्व सेवा परिषद के अध्यक्ष सह पीएलवी रोहित महतो वुधवार को गेडेसाई गांव पहुंचे। उन्होंने बच्चों के बगल वाले चाचा की उपस्थिति में बच्चों खाद्य सामग्री देकर मदद की।