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ज्यादती की हदः पति की मौत होते ही ससुर ने बहू को घर से निकाला

सोनारी थाना अंतर्गत कागलनगर मकान संख्या 22 निवासी राजीव रंजन की मौत होते ही उनकी पत्‍‌नी को ससुरालवालों ने घर से निकाल दिया।

By Edited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 11:49 AM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 01:41 PM (IST)
ज्यादती की हदः पति की मौत होते ही ससुर ने बहू को घर से निकाला
ज्यादती की हदः पति की मौत होते ही ससुर ने बहू को घर से निकाला

जमशेदपुर(जागरण संवाददाता)। इंसानियत को शर्मशार करनेवाली घटना पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर के सोनारी थाना इलाके से सामने आई है । कागलनगर मकान संख्या 22 निवासी राजीव रंजन की मौत होते ही ससुरवालों ने उसकी पत्‍‌नी नीतू देवी को घर से निकाल दिया। बहू नीतू देवी न्याय के लिए भटक रही है, लेकिन उसे कहीं से न्याय नहीं मिला। पहले तो पड़ोस के लोगों को इसकी जानकारी दी, लेकिन दबंग ससुर रामलखन श्रीवास्तव, सास केशरी देवी तथा जेठ संजय श्रीवास्तव के पहुंच के कारण लोग पीछे हट गए।

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खटखटाया थाना का दरवाजा

इसके बाद महिला नीतू देवी इसकी शिकायत सोनारी थाना में की। सोनारी थाना से पुलिस आई और नीतू के सामने घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद पुलिस बैरंग वापस लौट गयी। स्थानीय लोगों का कहना है कि घर वाले को समाज को तो डर नहीं है, लेकिन पुलिस का भी भय नहीं है। पुलिस के चले जाने के बाद पीड़िता नीतू देवी अपने सात वर्षीय पुत्री डॉली के साथ दरवाजे के बाहर बैठी है। जबकि रात होने के कारण अपने तीन साल के पुत्र को मायके मानगो शंकोसाई भेज दी ताकि वह सुरक्षित रह सके।

आठ साल पहले हुई थी शादी

दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए पीड़िता नीतू देवी ने बताया कि मेरी शादी 2010 में धूमधाम से सोनारी निवासी राजीव रंजन के साथ हुई थी। शादी के समय बताया गया था कि मेरे पति का कागलनगर बाजार में संजय किराना स्टोर नामक दुकान है। शादी के बाद जब मैं ससुराल आयी तो पता चला कि मेरे पति शराब, जुआ व अन्य नशे के आदि हैं। इसी बीच मेरे दो बच्चे हुए। ससुराल वाले तकलीफ देने लगे।

सिलाई कटाई कर चला रही थी काम

इस पर मैं किराना दुकान के सामने सिलाई मशीन लेकर कपड़े सिलाई का काम करने लगी। किसी तरह मेरा दिन कट रहा था। मैं अपने दो बच्चों को देखकर जी रही थी। इसी बीच चार सितंबर 2018 को मेरे पति राजीव रंजन की मौत हो गयी। पति की मौत के गम थी ही कि मेरे ससुर, सास, जेठ, जेठानी, ननद तथा ननद के बेटे मिलकर मुझे घर से बाहर निकाल दिया। मैं रो-रोकर बोली कि मेरे पति की मौत हो चुकी है, मेरे दो छोटे बच्चे हैं मैं कहां जाउंगी, इसके बावजूद ससुराल वालों का दिल नहीं पसीजा। इस संबंध में मैं सोनारी थाना गयी। वहां से मुझे महिला थाना भेज दिया गया। महिला ने बताया कि मंगलवार 23 सितंबर को भी मैं सोनारी थाना गयी। थाना प्रभारी ने पुलिस भेजा, लेकिन वह दरवाजा बिना खुलवाए वापस चले गए।महिला अब दर-दर भटकने को मजबूर है।

 दरवाजा नहीं खोल रहा तो पुलिस क्या करेगी

थानेदार विधवा महिला नीतू देवी को घर से बाहर निकालने के संबंध में जब सोनारी थाना प्रभारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि महिला की शिकायत पर पुलिस को भेजा गया था। पुलिस दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा नहीं खुला तो वापस आ गयी। थाना प्रभारी से जब कहा कि महिला अकेले घर के बाहर बैठी है, रात में कुछ हो जाएगा तो आपकी परेशानी बढ़ेगी, इस पर थाना प्रभारी ने कहा कि इसमें हम क्या कर सकते हैं। जरुरत पड़ेगी तो पुलिस दुबारा जाएगी।


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