बेमौसम बारिश में रोया किसान
बहरागोड़ा प्रखंड में अचानक हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ दी है। प्रखंड को धान का कटोरा के रूप में जाना जाता है। यहां के किसान ज्यादा कृषि पर ही निर्भर हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धान की अच्छी पैदावार हुई। लेकिन दो दिन हुई लगातार बारिश के चलते कुछ किसान धान की कटाई नहीं कर सके और कुछ ने कटाई कर खेत में ही पकी फसल रख दी थी..
संसू, बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड में अचानक हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ दी है। प्रखंड को धान का कटोरा के रूप में जाना जाता है। यहां के किसान ज्यादा कृषि पर ही निर्भर हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धान की अच्छी पैदावार हुई। लेकिन दो दिन हुई लगातार बारिश के चलते कुछ किसान धान की कटाई नहीं कर सके और कुछ ने कटाई कर खेत में ही पकी फसल रख दी थी। धान के पौधे नीचे गिरकर सड़ने लगे हैं।
प्रखंड के जरुलिया गांव के किसान संजय प्रहराज ने इस बार दस बीघा में धान की खेती की थी। फसल अच्छी हुई मगर बारिश के चलते 75 फीसद धान बर्बाद हो गया। उन्होंने बताया कि लगभग 60 हजार रुपये खर्च किए थे। किसान भागवत साहू ने बताया कि केसीसी लोन लेकर इस बार दस बीघा में खेती की थी। मगर खर्च का रुपये उठाना काफी मुश्किल हो जाएगा। झमाझम बारिश से पूरे खेत में धान के पौधे नीचे गिर गए हैं। 50 हजार से ऊपर खर्च आया था।
तालिया गांव के किसान सुकुमार ने बताया कि बेमौसम बारिश से धान कटनी नहीं कर पाए, अधिकांश धान की फसल खेत में ही सड़ने लगी है। केसीसी लोन लेकर पांच बीघा खेती के लिए 35 हजार रुपये खर्च किए थे।
शासन गांव के किसान जगन्नाथ नायक ने बताया छह बीघा में खेती की थी। धान की फसल भी अच्छी हुई थी। लेकिन अचानक बारिश के चलते बर्बाद हो गई। कृषि पदाधिकारी से आग्रह है कि जांच कर आकलन करें और किसानों को मुआवजा दिया जाए।
वहीं प्रखंड प्रभारी कृषि पदाधिकारी शिवानंद घटवारी ने कहा इस बार प्रखंड में चौदह हजार सात सौ एकड़ धान की खेती हुई। धान की अच्छी पैदावार हुई पर बेमौसम बारिश के कारण नुकसान की संभावना है। किसान यदि आवेदन देते हैं तो उनकी फसल का आंकलन कर मुआवजा के लिए विचार किया जाएगा।