फरार जाकिर नाईक को नहीं, हिंदू अध्यात्म का प्रसार करनेवाली सनातन संस्था को संकट मान रहा फेसबुक
Hindu Janajagruti Samiti अमेरिका में सुनियोजित पद्धति से हिंदुत्व के विरोध में प्रचार करने का षड्यंत्र चालू है। वर्ष 2014 के लगभग आठ वर्ष पहले जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्हें अमेरिका में आने से प्रतिबंधित किया गया था।
जमशेदपुर, जासं। हाल ही में अमेरिका में ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व कांफ्रेंस ’ द्वारा हिंदू धर्म के विरोध में दुष्प्रचार और हिंदुत्व को आतंकवाद से जोडने का प्रयास किया गया। इससे दिखाई देता है कि अमेरिका में बढते हिंदुत्व के प्रभाव को विरोध करने का षड्यंत्र चालू है। इसके परिणामस्वरूप हिंदू धर्म का प्रचार करने वाली सनातन संस्था जैसी आध्यात्मिक संस्था को ‘संकट’ घोषित करने का प्रयास फेसबुक ने किया है।
सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने उक्त बातें कहते हुए बताया कि वास्तव में भारत द्वारा जिहादी आतंकवादी और संकटजनक (खतरनाक) घोषित डा. जाकिर नाईक के ‘फेसबुक’ पर 50 से अधिक अकाउंट हैं, जो दिन-रात प्रचार कर रहे हैं, परंतु वे फेसबुक को संकट नहीं लगते। इससे फेसबुक की हिंदू विरोधी भूमिका स्पष्ट होती है। विगत सप्ताह ही फेसबुक के पूर्व डेटा वैज्ञानिक फ्रांसिस होगेन ने अमेरिका की संसद में कथन (गवाही) दी कि फेसबुक छोटे बच्चों और लोकतंत्र के लिए संकट (खतरा) है। इससे पूर्व भी फेसबुक पर नागरिकों की व्यक्तिगत जानकारी लीक करने और नागरिकों की जासूसी करने के आरोपों पर फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को अमेरिकी संसद में खडा कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था। लोकशाही के लिए संकट फेसबुक जैसी कंपनियों की गोपनीय सूची में किनका नाम है, इसमें सनातन की तिलमात्र भी रूचि नहीं है।
फेसबुक को चुनौती, एक भी पोस्ट दिखाए
राजहंस ने कहा कि हम फेसबुक को चुनौती देते हैं कि वह सनातन संस्था की एक भी पोस्ट जो आपत्तिजनक अथवा समाजविघातक है, वह दिखाए। सनातन संस्था भारतीय संविधान और कानून का पालन कर धर्म प्रसार करनेवाली एक आध्यात्मिक संस्था है। सनातन पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर ऐसा कोई भी प्रस्ताव नहीं, ऐसा खुलासा भारत सरकार ने अनेक बार किया है।
अमेरिका को हिंदू संगठन ही लगते संकट
अमेरिका में सुनियोजित पद्धति से हिंदुत्व के विरोध में प्रचार करने का षड्यंत्र चालू है। वर्ष 2014 के लगभग आठ वर्ष पहले जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें अमेरिका में आने से प्रतिबंधित किया गया था। वर्ष 2018 मेें सीआइए नामक अमेरिकी गुप्तचर संस्था की सूची में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद को ‘मिलीटेंट’ धार्मिक संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया गया। अब फेसबुक की सूची में सनातन संस्था का नाम होना, यह सनातन संस्था हिंदू धर्म का प्रभावी प्रचार कर रही है, यही सिद्ध करता है। भारत में आतंकवादी कार्यवाहियों में सहभागी होने के आरोपवाली पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) और उससे संलग्न 42 संगठन फेसबुक को संकट नहीं लगते, परंतु तेलंगाना के भाजपा विधायक राजासिंह ठाकुर, हिंदुत्व का खुला समर्थन करनेवाला ‘सुदर्शन चैनल’ और हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्यरत हिंदू जनजागृति समिति का फेसबुक अकाऊंट संकटदायक (खतरा) लगता है। यह अत्यंत निंदनीय और भेदभावपूर्ण है।