जमशेदपुर में हर माह टीबी के 333 नए रोगी ढूंढे जाएंगे, कोरोना जांच भी कराई जाएगी
टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान के तहत पूर्वी सिंहभूम जिले में टीबी रोगियों को ढूंढने का कार्य तेज कर दिया गया है। इसके लिए सभी प्रखंडों के सहिया एमपीडब्लू व एएनएम को बेहतर समन्वय के साथ काम करने को कहा गया है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान के तहत पूर्वी सिंहभूम जिले में टीबी रोगियों को ढूंढने का कार्य तेज कर दिया गया है। इसके लिए सभी प्रखंडों के सहिया, एमपीडब्लू व एएनएम को बेहतर समन्वय के साथ काम करने को कहा गया है। साथ ही हर प्रखंड से प्रति माह 333 नए टीबी के रोगी ढूंढे जाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही इन नए मरीजों का कोरोना जांच भी आवश्यक रूप से कराना है। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल ने बताया कि वर्ष 2025 तक टीबी रोग को खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें सबका योगदान जरूरी है। कोरोना की वजह से अभियान थोड़ा प्रभावित जरूर हुआ है।
लेकिन अब फिर से जुट जाने का निर्देश सभी कर्मचारियों को दिया गया है। इधर, स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आउटसोर्स पर तैनात लगभग 200 कर्मचारियों को हटा दिया गया है। इसमें से अधिकांश कर्मचारी इस राष्ट्रीय अभियान से जुड़े हुए थे लेकिन अब उनके नहीं रहने से पहले जैसा कार्य नहीं हो सकेगा। टीबी रोगियों को ढूंढने के लिए घर-घर जाना पड़ता है। अगर ढूंढने वाले ही नहीं रहेंगे तो नए मरीजों की पहचान कैसे होगी।
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एके लाल ने कहा कि टीबी के नए मरीजों की जानकारी देने के लिए सभी निजी नर्सिंग होम, निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी दिया गया है। ताकि मरीजों की आंकड़ा तैयार करने से लेकर उनको समुचित इलाज की व्यवस्था किया जा सकें। जिले में फिलहाल साढ़े तीन हजार टीबी रोगी है। टीबी मरीजों की दवा मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है। जांच भी निश्शुल्क होता है। समय पर बीमारी की पहचान होने से रोगी शत फीसद ठीक हो जाता है।