जमशेदपुर कोर्ट में इंट्री नहीं होगी आसान, जजों की सुरक्षा को लेकर खास सतर्कता
जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में इंट्री आसान नहीं होगी। लोगों को सख्त सुरक्षा जांच से गुजरना होगा। इस बाबत एसएसपी ने निर्देश दिए हैं। जमशेदपुर के एसएसपी डॉ एम तमिल वानन और सीसीआर डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में इंट्री आसान नहीं होगी। लोगों को सख्त सुरक्षा जांच से गुजरना होगा। इस बाबत एसएसपी ने निर्देश दिए हैं। जमशेदपुर के एसएसपी डॉ एम तमिल वानन और सीसीआर डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने मंगलवार को जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय और बार एसोसिएशन भवन का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। एसएसपी ने न्यायालय परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों को मुस्तैद रहकर डयूटी करने के निर्देश दिए। सीसीटीवी कैमरा को चेक किए।
उन्होंने कितने कैमरे लगे हैं और कितने कैमरे की जरूरत है, इसकी जानकारी ली। न्यायालय में आने-जाने के लिए प्रवेश द्वार पर सुरक्षा को तैनात पुलिसकर्मियों से सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। आने-जाने वाले लोगों को चेक कर ही जाने देने के लिए आदेश दिए। गौरतलब है कि धनबाद में जज की हत्या के बाद न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने को लेकर एसएसपी का यह निरीक्षण था। एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को आदेश दिया कि किसी भी व्यक्ति को कोर्ट परिसर में प्रवेश से पहले उसकी अच्छी तरह से तलाशी लें। कोई संदिग्ध व्यक्ति कोर्ट परिसर में दिखाई दे तो उसे अलग से ले जाकर पूछताछ करें। उसकी पहचान पत्र चेक करें। सीसीटीवी कैमरे पर निगाह रखें। एसएसपी ने कैदी हाजत को भी देखा। अदालत में बंदियों की पेशी किस तरीके से होती है, इसकी जानकारी ली। न्यायालय भवन के प्रवेश द्वार पर लगे मेटल डिटेक्टर सही तरीके से काम करे या नहीं, इसे देखा।
अदालत परिसर में हो चुकी है ट्रांसपोर्टर की हत्या
सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने एसएसपी को बताया कि अधिवक्ताओं और कोर्ट कर्मचारियों को छोड़ हर किसी की जांच की जाती है। मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ता है। अधिकारियों ने अदालत परिसर के पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों की जांच करने के आदेश एसएसपी ने दिए। प्रवेश द्वार पर बिना चेकिंग किसी को अंदर नहीं जाने का निर्देश जवानों को मिला। गौरतलब है। जमशेदपुर अदालत परिसर के बार भवन में ट्रांसपोर्टर उपेंद्र सिंह की गोली मारकर 30 नवंबर 2016 को कर दी गई थी। इससे पहले गैंगस्टर अखिलेश सिंह पर पेशी के दौरान उस पर गोली चलाई गई थी। संयोगवश गोली नहीं चली।