FOUNDERS DAY अब छह मार्च तक लीजिए जुबिली पार्क की लाइटिंग का मजा Jamshedpur News
दो दिनों से हो रही बारिश के कारण अब जुबिली पार्क की लाइटिंग पांच के बजाए छह मार्च तक रहेगी। टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड ने यह जानकारी दी है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)।Enjoy lighting of Jubilee Park by 6 March पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण अब जुबिली पार्क की लाइटिंग पांच के बजाए छह मार्च तक रहेगी। टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) ने यह निर्णय लिया है। संस्थापक दिवस पर टाटा स्टील प्रबंधन द्वारा जुबिली पार्क को रंग-बिरंगे लाइटों से जगमग किया गया है।
संस्थापक दिवस पर एक दिन बाद ही सही, बुधवार शाम बारिश के बीच लाइटिंग शुरू तो की गई। लेकिन दो बार हुई बारिश के कारण पहले सवा छह से साढ़े छह बजे और दूसरी बार रात दस बजे तेज बारिश को देखते हुए लाइटिंग को बंद कर दिया गया।
जुस्को प्रबंधन का कहना है कि पार्क के अंदर पेड व जमीन पर लाइटिंग की गई है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से बारिश के बीच लाइटिंग जारी नहीं रख सकते। इसलिए रात 11 बजे तक चलने वाली लाइटिंग बारिश के कारण एक घंटे पहले ही बंद कर दिया।
तीन मार्च को भी बारिश के कारण लाइटिंग शुरू नहीं हो पाई थी। संस्थापक दिवस पर टाटा स्टील द्वारा जुबिली पार्क सहित शहर के सभी पार्कों में विद्युत सज्जा की गई है। बुधवार शाम होते ही जब काले बादल जमशेदपुर शहर के ऊपर पहुंचे तो एक बार फिर अंदेशा लगाया जा रहा था कि शायद बुधवार को भी शहरवासी लाइटिंग देखने से वंचित हो जाएंगे। शाम में 15 मिनट बारिश हुई जरूर। लेकिन रूकने के बाद जुस्को की टीम ने सेफ्टी मानकों का जायजा लेकर पार्क की विद्युत सज्जा को शुरू कर दिया।
जुबिली पार्क की विद्युत सज्जा को देखने के लिए सिर्फ जमशेदपुर ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों से भी सैलानी पहुंचते हैं। कंपनी प्रबंधन द्वारा हर पेड-पौधे को रोशन किया गया है। यहां रंग-बिरंगे लाइटों से शेर, जेब्रा, भालू, मोटू-पतलू जैसे कार्टून के दर्शन होंगे। वहीं, लाइट के माध्यम से लोगों को पर्यावरण संरक्षण व कचरा प्रबंधन का संदेश दिया जा रहा है।
शाम से ही लगी रही लंबी कतारें
जुबिली पार्क की लाइटिंग को देखने के लिए शाम चार बजे से ही साकची व सेंटर फॉर एक्सीलेंस छोर पर सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस टीम को भी काफी मशक्कत करना पड़ा। भीड के कारण वाहनों की आवाजाही रूक गई, जिसके कारण ट्रैफिक जाम हो गया। वहीं, सड़क के किनारे ठेले-खोमचे लगने से भी यातायात काफी प्रभावित हुआ।