एमजीएम में 20 बेड का एनआइसीयू खोलने की कवायद तेज, विभाग को भेजा गया प्रस्ताव
तत्कालीन सचिव ने एमजीएम का निरीक्षण किया था और जल्द से जल्द खोलने का निर्देश दिया था लेकिन अबतक नहीं खुल सका है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20 बेड का एनआइसीयू (न्यू बोर्न इंटेंसिव केयर यूनिट) खोलने की कवायद तेज हो गई है। एनआइसीयू में ऑक्सीजन पाइप पहुंच गई है। अब उपकरण की जरूरत है, जिसका प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इसका लाभ मरीजों को मिलने लगेगा। तीन दिन पूर्व एमजीएम अस्पताल के एनआइसीयू में बेड नहीं होने की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई थी। वहीं, तीन बच्चों को टीएमएच रेफर किया गया था। फिलहाल उन बच्चों की स्थिति में सुधार है। एमजीएम में सिर्फ छह बेड का ही एनआइसीयू है, जिसके कारण बेड नहीं मिलने की समस्या हमेशा उत्पन्न होती है। अगस्त 2017 में बच्चों की मौत का मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन सचिव ने एमजीएम का निरीक्षण किया था और जल्द से जल्द खोलने का निर्देश दिया था लेकिन अबतक नहीं खुल सका है।
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कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से हुई देरी :
एमजीएम प्रबंधन के अनुसार, अगर कोरोना वायरस नहीं आता तो शायद आज एनआइसीयू का लाभ मरीजों को मिल रहा होता। एक साल पूर्व ही बनकर तैयार हो चुका है लेकिन कुछ उपकरण की कमी है, जिसका प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेजा गया था। लेकिन, तबतक कोरोना आ गया। अब फिर से प्रस्ताव भेजा गया है। एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी ने बताया कि एनआइसीयू खोलने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके बाद कम से कम 20 मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा।