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टाटा मोटर्स कंपनी खोलने के प्रयास जारी, प्रशासन से आदेश मिलने का हो रहा इंतजार Jamshedpur News

टाटा मोटर्स की लखनऊ प्लांट में शुरू हो चुका है काम अब जमशेदपुर टाटा मोटर्स कंपनी में काम शुरू करने की है पूरी तैयारी।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 07:51 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 08:49 AM (IST)
टाटा मोटर्स कंपनी खोलने के प्रयास जारी, प्रशासन से आदेश मिलने का हो रहा इंतजार Jamshedpur News
टाटा मोटर्स कंपनी खोलने के प्रयास जारी, प्रशासन से आदेश मिलने का हो रहा इंतजार Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट को खोलने की आज भी प्रयास जारी है। कंपनी प्रबंधन लॉकडाउन-3 का पूरा समय इंतजार करने के मूड में नहीं है।

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प्रयास है कि तीन-चार दिन के अंदर अगर जिला प्रशासन से आदेश मिला तो प्रारंभिक चरण में काम शुरू किया जायेगा। इसे लेकर कंपनी प्रबंधन उपायुक्त कार्यालय में आवेदन डालने के बाद अधिकारियों से बराबर संपर्क में है।

लॉकडाउन-2 समाप्त होने के बाद लखनऊ व पंतनगर प्लांट में शुरू हो चुका है काम

गौरतलब हो कि लॉकडाउन-2 समाप्त होने के बाद चार मई से जमशेदपुर के लखनऊ प्लांट में उत्पादन काम शुरू हो गया है। पंतनगर प्लांट में भी काम चल रहा है। इन दोनों जगह 33 फीसद कर्मचारियों को लेकर काम शुरू किया गया है। लखनऊ में रेड जोन है, जबकि जमशेदपुर ग्रीन जोन में आता है, बावजूद टाटा मोटर्स को नहीं चलाने से आदित्यपुर क्षेत्र की सैकड़ों कंपनियों का हाल खस्ता होती जा रही है।

इसी क्रम में सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज का एक प्रतिनिधिमंडल स्थानीय विधायक सरयू राय से मिलकर टाटा मोटर्स को चालू कराने की मांग की है। साथ ही डीसी से मिलने के बाद फिर से सीएम को कंपनी चालू कराने के लिए एक पत्र भेजने वाला है। इधर प्लांट में काम शुरू करने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। कर्मचारियों को गाइडलाइन दिए गए हैं तो पहले कहां काम शुरू होगा इसे भी चिन्हित किया गया है।

टाटा मोटर्स के अस्थायी कर्मियों को मिला 12000

टाटा मोटर्स में स्थायी कर्मचारियों को वेतन मिलने के गुरुवार को अस्थायी र्किमयों के बैंक खाते में भी 12000 भेज दिए गए। लॉकडाउन से पूर्व अस्थायी कर्मचारियों का वेतन भी स्थायी र्किमयों के साथ ही मिलते रहा है। बीते अप्रैल महीने में भी काम करने की अवधि व लॉकडाउन का पैसा मिलाकर कुल 12000 ही मिला था। जबकि अप्रैल में पूरा माह लॉकडाउन रहा, इस दौरान एक दिन भी कंपनी नहीं चली।

काम नहीं करने के बावजूद कंपनी प्रबंधन द्वारा सभी अस्थायी र्किमयों के बैंक खाते में 12000 भेज दिए गए हैं। अप्रैल में जितने अस्थायी र्किमयों को वेतन मिला था उतने को भी इस बार यह राशि दी गई है। कंपनी में कुल अस्थायी कर्मियोंं की संख्या करीब 4700 है। 


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