एमजीएम में कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले ने पकड़ा तूल, डॉक्टर ने मांगी माफी Jamshedpur News
एमजीएम में अधीक्षक का घेराव कर्मचारियों ने कहा-डॉक्टर ने पहले गाली दिया फिर डंडा से मारा आरोपित डॉक्टर ने माफी मांगी तब जाकर मामला हुआ शांत
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर व कर्मचारी के बीच हुई मारपीट को लेकर मंगलवार को करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा होता रहा।
आरोपित डॉक्टर पर कार्रवाई करने को लेकर एमजीएम के कर्मचारियों ने अधीक्षक डॉ. संजय कुमार व उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी का घेराव कर दिया। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए आरोपित डॉ. धीरज कुमार को फोन कर बुलाया गया। इसके बाद उसने सार्वजनिक माफी मांगी तब जाकर कर्मचारी अपने-अपने काम पर लौटे।
मरीज को देखने को लेकर डॉक्टर-कर्मचारी में हुआ था विवाद
दरअसल, बीते सोमवार को एक मरीज को देखने को लेकर डॉ. धीरज कुमार व इमरजेंसी विभाग में तैनात स्वीपर सुनील कुमार मुखी के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान डॉ. धीरज कुमार पर गाली-गलौज व डंडा से पीटने का आरोप लगाया गया था। कर्मचारियों का कहना था कि पहली बार किसी डॉक्टर ने कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज व डंडे से पिटाई की है। इसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी।
डॉक्टरों की ओर से पक्ष लेने पर उग्र हुए कर्मचारी
इस दौरान एमजीएम के कुछ डॉक्टर आरोपित डॉक्टर के पक्ष में बोलना शुरू किया तो कर्मचारी और भी उग्र हो गए और कहने लगे कि अगर कोरोना वायरस नहीं फैला होता तो पता चल जाता कि गलती कितनी बड़ी हुई है। कर्मचारियों का कहना था कि अभी हड़ताल का समय नहीं है, काम करने का है। इसलिए वे लोग सिर्फ माफीनामा पर ही अड़े हैं।
इधर, उपाधीक्षक आपसी मामला बताते रहे। मीडिया को अंदर प्रवेश करने नहीं दिया गया। इस मौके पर सभी विभाग की नर्स इंचार्ज, जॉनी मुखी सहित चालीस से अधिक कर्मचारी मौजूद थे।