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टीबी से नहीं घबराइए, इलाज के साथ पैसा भी लीजिए

टीबी रोग से घबराने की जरूरत नहीं है। इलाज की गारंटी के साथ-साथ मरीजों को प्रतिमाह पैसा भी मिल रहा है। एक मरीज को प्रतिमाह 500 रुपये व ठीक होने के बाद 700 रुपये मिलेगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 02:02 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 02:02 PM (IST)
टीबी से नहीं घबराइए, इलाज के साथ पैसा भी लीजिए
टीबी से नहीं घबराइए, इलाज के साथ पैसा भी लीजिए

जमशेदपुर, [अमित तिवारी]।  टीबी रोग से घबराने की जरूरत नहीं है। इलाज की गारंटी के साथ-साथ मरीजों को प्रतिमाह पैसा भी मिल रहा है। एक मरीज को प्रतिमाह 500 रुपये व ठीक होने के बाद 700 रुपये मिलेगा। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में अबतक 72 लाख 54 हजार 500 रुपये मरीजों के बीच प्रोत्साहन राशि दी गई है। वहीं टीबी के दवा का कोर्स पूरा होने पर 12 लाख 73 हजार 500 रुपये दिया गया है। जबकि दवा खिलाने वाले को कुल राशि चार लाख 32 हजार रुपये दिया गया है।

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जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. प्रभाकर भगत बताते हैं कि टीबी रोग का इलाज पूरी तरह से संभव है। 85 फीसद टीबी लंग्स (फेफड़ों) से जुड़ी रहती है। जबकि 15 फीसद टीबी में बोर्न टीबी, एचआइवी के साथ टीबी सहित अन्य शामिल होते हैं। वर्ष 2018 में पूर्वी सिंहभूम जिले में कुल 14 हजार 303 मरीजों की जांच की गई। इसमें तीन हजार 728 टीबी के मरीज मिले। वर्ष 2017 में 89 फीसद मरीजों को ठीक किया जा चुका है। कुल चार हजार 330 मरीज मिले थे, इसमें 3853 मरीजों ने नियमित रूप से दवा खाया और आज उनकी बीमारी ठीक हो चुकी है।

83 एमडीआर टीबी के मरीज

टीबी के गंभीर रूप को मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट (एमडीआर) टीबी कहते है। पूर्वी सिंहभूम जिले में वर्ष 2018 में कुल चार हजार 664 मरीजों की जांच की गई। इसमें 83 एमडीआर टीबी के मरीजों की पुष्टि हुई। 60 का इलाज चल रहा है। बाकि किसी कारण से दवा छोड़ चुके है। सामान्य टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है। इसका कोर्स छह माह से लेकर आठ माह का होता है। वहीं एमडीआर टीबी मरीजों को 24 माह तक दवा खानी पड़ती है। टीबी रोग का पूरा इलाज मुफ्त में होता है। दवा से लेकर जांच तक की सुविधा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है।

टीबी की पहचान व जांच

  • दो सप्ताह से ज्यादा खांसी टीबी हो सकती है।
  • अगर घर में किसी और को पहले से टीबी है तो दो हफ्ते से कम की खांसी भी टीबी हो सकती है।
  • बलगम में खून आना, बुखार आना, भूख न लगना, वजन कम होना टीबी के लक्षण हो सकते है।
  • अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बलगम की जांच करवाएं।

टीबी का उपचार

  • दवाइयों का कोर्स सामान्यत छह से आठ महीनों का होता है।
  • पक्का इलाज के लिए कोर्स पूरा करें और समय पर पौष्टिक आहार लें।
  • प्रोटीन युक्त आहार लें।

टीबी से संबंधित तथ्य

  • पूर्वी  सिंहभूम जिले में तीन जिन एक्सपर्ट केंद्र स्थापित है। खासमहल स्थित सदर अस्पताल, साकची स्थित टीबी अस्पताल व घाटशिला में जिन एक्सपर्ट मशीन स्थापित है। दो घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मिल जाती है।
  • टीबी की जांच व इलाज जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर निश्शुल्क उपलब्ध है।

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