Jharkhand Entertainment: जमशेदपुर की दिव्य रत्न झारखंड के बाद बिहार में हो रही लोकप्रिय
झारखंड और जमशेदपुर की बेटी दिव्य रत्न का चयन झारखंड लोक संस्कृति उत्सव ऑनलाइन-2021 के लिए हुआ था जिसका आयोजन ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर कोलकाता (संस्कृति मंत्रालयभारत सरकार) ने किया था। इस प्रतियोगिता में गायन के लिए दिव्य रत्न के वीडियो का चयन हुआ था।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर स्थित मानगो के डिमना रोड निवासी गायिका दिव्य रत्न की लोकप्रियता झारखंड के बाद बिहार में भी फैल रही है। बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग, (सांस्कृतिक कार्य निदेशालय) द्वारा वर्चुअल संगीत प्रतियोगिता में दिव्य रत्न का ना केवल एकल गायन के लिए चयन हुआ, बल्कि नकद पुरस्कार व सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया है। दिव्य रत्न झारखंड की एकमात्र कलाकार है, जिसे एकल गायन श्रेणी मे यह पुरस्कार मिला है।
कोलकाता में भी हुआ था चयन
इससे पहले झारखंड और जमशेदपुर की बेटी दिव्य रत्न का चयन झारखंड लोक संस्कृति उत्सव ऑनलाइन-2021 के लिए हुआ था, जिसका आयोजन ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर, कोलकाता (संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार) ने किया था। इस प्रतियोगिता में गायन के लिए दिव्य रत्न के वीडियो का चयन हुआ था। इसके वीडियो को ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड भी किया गया था।
सातवीं की छात्रा दिव्य रत्न कर रही कमाल
दिव्य रत्न मानगो के डिमना रोड स्थित ब्लू बेल्स इंग्लिश हाईस्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है। संगीत की शिक्षा अपनी गुरु मोनिका दत्ता से प्राप्त कर रही है। ब्लू बेल्स इंग्लिश हाईस्कूल के चेयरमैन सरदार सुवर्ण सिंह रतन और सचिव किरण कौर ने दिव्य रत्न की सफलता पर हार्दिक बधाई देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। वहीं स्कूल की प्राचार्य लिपिका चक्रवर्ती ने कहा है कि दिव्य रत्न को आगे बढ़ाने में जो कुछ सहयोग होगा, उसे उपलब्ध कराया जाएगा।
आकाशवाणी-दूरदर्शन की कलाकार
दिव्य रत्न आकाशवाणी एवं दूरदर्शन की बाल कलाकार भी है । वह मात्र छह वर्ष की उम्र से विभिन्न मंचों में अपने गीत का प्रदर्शन कर रही है। एक शाम झारखंड पुलिस के नाम, एक्सएलआरआई में आयोजित कार्यक्रम में गीत प्रस्तुत कर चुकी है। हर-हर महादेव संघ में भी दिव्य ने गीत प्रस्तुत किया है। इसके साथ ही साथ शहर की संस्था आज (एमेच्योर आर्टिस्ट एसोसिएशन आफ जमशेदपुर) के मंच पर पांच वर्ष से लगातार मंच अपनी प्रस्तुति दे रही है। इसमें आज के संस्थापक स्वर्गीय बीके लाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। इसके अलावा बिष्टुपुर स्थित परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर समिति के आयोजन में अपने ग्रुप में लगातार चार वर्ष तक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर दिव्य ने एक रिकॉर्ड बनाया है।
दिव्य रत्न की शुरुआत श्री चित्रगुप्त पूजा समिति, मानगो में पहली बार हुई थी। इसके अलावा श्री चित्रगुप्त पूजा समिति, भालूबासा में भी उन्होंने कार्यक्रम देकर कई पुरस्कार जीते हैं।
मिथिलांगन में भी शानदार प्रस्तुति
दिव्य रत्न ने अपनी प्रस्तुति अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद एवं ललित नारायण मिश्र जयंती समारोह में भी कई बार दी है। इसके अलावा संस्कार भारती द्वारा बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपने संगीत से लोगों को झुमाया है। दिव्य रत्न ने लॉकडाउन के दौरान वर्चुअल माध्यम से ऑनलाइन राष्ट्रीय कर्ण कायस्थ महासभा एवं दिल्ली की संस्था मिथिलांगन में भी अपनी शानदार प्रस्तुति दी है।