Union Politics : टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन में ‘चार्टर ऑफ डिमांड’ सौंपने में दिखी गुटबाजी
टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन का आपसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इधर कुछ दिन पहले ही यूनियन के दो नेताओं के बीच ठन गई थी।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन का आपसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इधर, कुछ दिन पहले ही यूनियन के दो नेताओं के बीच ठन गई थी। हो-हंगामे के बाद विवाद समाप्त हुआ था। इसमें स्वयं यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह को पहल करनी पड़ी थी। बीते सोमवार को मांग पत्र सौंपने में भी गुटबाजी दिखने को मिली थी।
यूनियन की नौ सदस्यीय स्टीयरिंग कमेटी में से पांच ने शहर पहुंचे यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह को स्वागत करने गए थे, इसी बीच दूसरे खेमे के नेताओं ने कंपनी प्रबंधन को मांग पत्र सौंप दी। इससे आपसी जंग फिर से तेज हो गई है। यूनियन में महामंत्री पद को लेकर कायम विवाद की वजह से ही यहां स्टीयरिंग कमेटी बनी। यह कमेटी ग्रेड कराने तक कार्यरत रहेगी। फिर नए सिरे से पदाधिकारियों के नाम पर मुहर लगेगी। यूनियन के सभी नौ पदाधिकारी स्टीयरिंग कमेटी में शामिल हैं। इसमें अरुण कुमार सिंह व मनोज सिंह प्रमुख हैं।
ये कहते पूर्व महामंत्री
यूनियन में कुछ लोग अपने को सबसे ऊपर समझते हैं। स्टीयरिंग कमेटी के सभी सदस्यों को एक साथ मांग पत्र सौंपना था लेकिन जब पांच यूनियन नेता राजेंद्र सिंह से मिलने गए हुए थे उसी वक्त प्रबंधन को चार्टर ऑफ डिमांड सौंपा गया।
-अरूण कुमार सिंह, पूर्व महामंत्री