एलआइसी में विनिवेश से बीमाधारकों का घटेगा बोनस : संघ Jamshedpur News
LIC. बीमा कर्मचारी संघ के संयुक्त सचिव सुभाष कर्ण का कहना है कि एलआइसी अपने बीमाधारकों से जो धन संग्रहित करती है उसका 90 प्रतिशत इस्तेमाल ढांचागत विकास के क्षेत्र में होता है।अब तक पंचवर्षीय योजनाओं में ही एलआइसी ने 55 लाख करोड़ का निवेश किया।
जमशेदपुर, जासं। केंद्र सरकार भारतीय जीवन बीमा में विनिवेश कर रही है लेकिन इसका नुकसान देश की उन जनता को होगा जिन्होंने एलआइसी से पॉलिसी खरीदी है। विनिवेश से उनका बोनस घट जाएगा और इसका फायदा पूंजीपतियों को लाभ के रूप में मिलेगा।
बीमा कर्मचारी संघ के महासचिव अमित मैती ने शनिवार को बिष्टुपुर स्थित हिन्दुस्तान बिल्डिंग में प्रेसवार्ता करते हुए यह दावा किया। संघ के संयुक्त सचिव सुभाष कर्ण का कहना है कि एलआइसी अपने बीमाधारकों से जो धन संग्रहित करती है उसका 90 प्रतिशत इस्तेमाल ढांचागत विकास के क्षेत्र में होता है। अब तक पंचवर्षीय योजनाओं में ही एलआइसी ने 55 लाख करोड़ का निवेश किया। लेकिन विनिवेश से कल्याणकारी योजनाओं पर निवेश करने के बजाए पूंजीपतियों का पूरा जोर लाभ कमाने पर होगा।
संगठन सचिव ने कही ये बात
वहीं, संगठन सचिव केके शुक्ला का कहना है कि सरकार का तर्क है कि विनिवेश से एलआइसी की पहुंच बाजार में बढ़ेगा। जबकि सच्चाई यह है कि कई बीमा कंपनियों के बाजार में रहने के बावजूद एलआइसी का बाजारा में तीन चौथाई हिस्सेदारी है। संघ के सदस्यों ने बताया कि केंद्र सरकार के विनिवेश के विरोध में संघ ने अब तक सांसद विद्युत वरण महतो, गीता कोड़ा, अर्जुन मुंडा व संजय सेठ सहित देश भर में 451 लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों को ज्ञापन सौप चुकी है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों और जनता से अपील की है कि एलआइसी में विनिवेश का विरोध करे। इसके लिए संघ जनता के बीच जाकर उन्हें केंद्र सरकार द्वारा एलआइसी को पूंजीपतियों और खुदरा निवेशकों को बेचने के विरोध में पर्चा बांटकर जागरूक करने का प्रयास कर रही है। c