जुबिली पार्क की विद्युत सज्जा देखने उमड़ी लाखों की भीड़ अंतिम दिन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदजी नसरवानजी टाटा की 179वीं जयंती पर जुबिली पार्क को नई दुल्
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदजी नसरवानजी टाटा की 179वीं जयंती पर जुबिली पार्क को नई दुल्हन की तरह सजाया गया है। इसकी विद्युत सज्जा देखने के लिए शहर ही नहीं गांव देहात से भी लोगों की भीड़ तीसरे एवं अंतिम दिन उमड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने व सुरक्षा देने के लिए पुलिस के जवान व अधिकारियों की ड्यूटी पूरे पार्क में लगा दी गई है। जुबिली पार्क गेट नंबर वन में महिला व पुरुषों के लिए पार्क में प्रवेश करने के लिए छोटे छोटे कई गेट बनाए गए हैं। इन गेटों पर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है जो कतारबद्ध तरीके से लोगों को पार्क के अंदर प्रवेश करवा रहे हैं। सोमवार को पार्क में विद्युत सज्जा देखने का अंतिम दिन होने के कारण लोग शाम पांच बजे से ही पार्क में प्रवेश करने लगे हैं। पूरे पार्क में देश दुनिया के प्रसिद्ध स्मारक का निर्माण किया गया है। इसमें न्यूयार्क के हार्बर स्टैचू आफ लिबर्टी, फ्रांस की राजधानी पेरिस का एफिल टावर सहित बच्चों को आकर्षित करने के लिए समुद्री जीव के साथ साथ उल्लू, मोर, घोड़ा जोकर को विद्युत सज्जा के माध्यम से दर्शकों के बीच रखा गया है।
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पार्क में प्रवेश करते ही भीड़ पड़ जाती दुविधा में
जुबिली पार्क के मुख्य द्वारा से जैसे ही दर्शक पार्क के अंदर प्रवेश करते हैं अंदर जाकर वे सोचने के लिए मजबूर हो जाते हैं कि पार्क की विद्युत सज्जा देखने की शुरुआत वे कहां से करें। क्योंकि पार्क के चप्पे-चप्पे पर विद्युत सज्जा की गई है। पेड़ पौधों से लेकर बाग बगीचा तक को रोशनी से नहाया होता है। एक एक दर्शक पूरे पार्क की विद्युत सज्जा देखने के लिए दो से चार घंटा लगा रहे हैं। फिर भी पूरी विद्युत सज्जा को वे नहीं देख पा रहे हैं क्योंकि पार्क में घूमते-घूमते ही वे थकान के मारे पार्क से बाहर निकल जा रहे हैं।
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बैठकर थकान मिटा रहे लोग
जुबिली पार्क की विद्युत सज्जा देखकर जो दर्शक थक जा रहे हैं वे पार्क में अपने परिवार के साथ बैठकर अपनी थकान मिटा रहे हैं। थकान मिटने के बाद फिर से विद्युत सज्जा देखने के लिए पार्क में घुमने लगते हैं।