बच्चों को लुभा रही बाहुबली-छोटाभीम वाली राखी
भाई-बहन के अटूट स्नेह के पर्व रक्षाबंधन को लेकर बाजार रंगबिरंगी राखियों से पटे हैं। बच्चों को छोटा भीभ व बाहुबली ब्रांड की राखियां लुभा रही हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : भाई-बहन के अटूट स्नेह के पर्व रक्षाबंधन को लेकर बाजार रंगबिरंगी राखियों से सज गए हैं। बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गो तक की पसंद को ध्यान में रखकर राखियों की दुकानें सजाई गई हैं। बच्चों में गणेश, कृष्ण, छोटा भीम, बाहुबली राखियां लोकप्रिय हो रही हैं तो वहीं बच्चे लाइट वाली राखी भी खूब पसंद कर रहे हैं। वहीं युवाओं में फैंसी, ब्रेसलेट व स्टोन की राखियों का क्रेज है। बिष्टुपुर व साकची बाजार में सजी राखियों की दुकानों पर सोमवार को खासी रौनक दिखी। इनमें कोलकाता, दिल्ली व मुंबई से लायी गई राखियां बिक रही हैं। वहीं झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने भी रेशम व जूट से बनी राखियां उतारी हैं। ये राखियां खाद्य ग्रामोद्योग रांची से मंगाई गई हैं। बिष्टुपुर खादी भवन में रोजाना इन राखियों की सेल हो रही है।
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10 रुपये से लेकर दो हजार तक की राखियां
बाजार में 10 रुपये से लेकर 500 रुपये तक एक से बढ़कर एक फैंसी आइटम हैं। वहीं ब्रेसलेट लुक में सोने-चांदी की राखियां भी खासी पसंद की जा रही हैं। इनके लिए आभूषण दुकानों पर भीड़ लग गई है। इनकी कीमत एक हजार से लेकर दो हजार तक है। वहीं लिफाफे में भरकर भेजने की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भी एक से बढ़कर एक आकर्षक लुक की राखियों की बिक्री हो रही है। वहीं भैया-भाभी के लिए जोड़ी में लूंबा राखी खास पैकिंग में मिल रही है।
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राखी भेजने के लिए डाकघरों में लंबी कतार
राखी भेजने के लिए डाकघरों में लंबी कतार लग रही है। दूसरे शहरों को स्पीडपोस्ट करने के लिए घंटों लोग कतार में खड़े देखे जा रहे हैं। बिष्टुपुर स्थित प्रधान डाकघर से रोजाना 1500 से 2000 तक स्पीड पोस्ट हो रहे हैं। एक व्यक्ति को राखी भेजने के लिए तीन से चार घंटे तक लाइन में इंतजार करना पड़ रहा है। कई बार स्थिति मारा-मारी तक पहुंच जा रही है। ऐसा तब है जब प्रधान डाकघर में राखी भेजने के लिए अलग से कुल चार काउंटर बनाए गए हैं। इसके बावजूद लाइन कम नहीं हो रही है। शाखा डाकघरों में भी ऐसी ही भीड़ उमड़ रही है। उप-डाकघरों में 150 से 200 लोग प्रतिदिन राखी भेज रहे हैं।
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कूरियर कंपनी में भी भीड़
डाकघर में अत्यधिक भीड़ का लाभ कूरियर कंपनियों को मिल रहा है। राखी में सिर्फ छह दिन ही शेष हैं। ऐसे में लोग किसी तरह का रिस्क लेना नहीं चाहते।
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डाकघर में नहीं पहुंचा राखी लिफाफा, निराश लौट रहे लोग
डाकघर में अब तक राखी भेजने के लिए मिलनेवाला विशेष लिफाफा नहीं पहुंचा है। लोग निराश होकर यहां से लौट रहे हैं। राखी भेजने के लिए डाकघरों में हर साल 10 रुपये व 25 रुपये कीमत के वाटर प्रूफ लिफाफे मिलते थे। इस अवसर पर राखी विशेष लिफाफों की काफी मांग रहती है।
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राखी की कीमत
राखी राशि (रुपये)
डोरी राखी 10-40
फैंसी राखी 20-250
ब्रेसलेट राखी 120-300
स्टोन राखी 80-120
छोटाभीम राखी 20-40
गणेश राखी 20-40
बाहुबली 20-40
लाईट राखी 20-40
कृष्ण राखी 20-40
लूंबा राखी 50-120
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बाजार में एक से बढ़कर एक राखियां लायी गई हैं जिन्हें लोग काफी पसंद कर रहे हैं। बच्चे लाइट, छोटा भीम, बाहुबली सहित अन्य राखियां पसंद कर रहे है। वहीं भैया-भाभी के लिए जोड़ी में मिलनेवाली लूंबा राखी भी काफी बिक रही है।
- सतबीर सिंह, गुरुनानक स्टोर, बिष्टुपुर।
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रेशम सूत्र से बनी डिजाइनदार राखियां मौजूद हैं। ये राखियां लोगों द्वारा खासी पसंद की जा रही हैं। झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा ये राखियां तैयार की गई हैं जो दस रुपये से लेकर 35 रुपये तक की रेंज की हैं।
- ऋतिका, खादी भवन, बिष्टुपुर।
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अपने परिजनों को राखी भेजने को लेकर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। विभाग ने विशेष व्यवस्था की है। चार काउंटर बनाये गए हैं ताकि लोगों को ज्यादा देर तक लाइन में इंतजार नहीं करना पड़े।
- आरएल सिन्हा, वरिष्ठ डाकपाल, प्रधान डाकघर, बिष्टुपुर।