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Sarna Dharma Code: सरना धर्म कोड के लिए दिल्ली चलो का नारा, 6-7 दिसंबर को धरना-प्रदर्शन

Sarna Dharma Code आदिवासी सेंगेल अभियान धर्मगुरु बंधन तिग्गा और डा. करमा उरांव के नेतृत्व में सरना धर्म कोड की मान्यता के लिए दिल्ली चलो का नारा दिया गया है। इनके नेतृत्व में 6 और 7 दिसंबर 2021 को दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 03:11 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 03:11 PM (IST)
Sarna Dharma Code: सरना धर्म कोड के लिए दिल्ली चलो का नारा, 6-7 दिसंबर को धरना-प्रदर्शन
जनगणना में सरना धर्म कोड को शामिल कराने का मामला थमने की बजाय तूल पकड़ रहा है।

जमशेदपुर, जासं। जनगणना में सरना धर्म कोड को शामिल कराने का मामला थमने की बजाय तूल पकड़ रहा है। आदिवासी सेंगेल अभियान, धर्मगुरु बंधन तिग्गा और डा. करमा उरांव के नेतृत्व में सरना धर्म कोड की मान्यता के लिए दिल्ली चलो का नारा दिया गया है। इनके नेतृत्व में 6 और 7 दिसंबर 2021 को दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि सेंगेल, सरना धर्म कोड की मान्यता के मामले पर नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार की चुप्पी को आदिवासी विरोधी एक षड्यंत्र और संविधान विरोधी कदम मानती है।

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उसी प्रकार आदिवासी बहुल झारखंड प्रदेश की हेमंत सोरेन की जेएमएम सरकार भी वोट के लिए ईसाइयों को खुश करने के लिए सरना धर्म कोड के मामले पर टालमटोल का रवैया अपनाकर आदिवासियों के साथ धोखेबाजी कर रही है।

गांव-गांव में चलेगा अभियान

सेंगेल, 22 दिसंबर 2021 से 5 प्रदेशों के लगभग 50 जिलों में एक सप्ताह तक सरना धर्म सगड़ या रथ चलाकर सरना धर्म मानने वालों को फिर से जागृत कर एकजुट करने का प्रयास करेगी। ज्ञात हो कि 22 दिसंबर 2003 में संताली भाषा को राष्ट्रीय मान्यता अर्थात आठवीं अनुसूची में शामिल होने का सम्मान मिला था। अतएव झारखंड प्रदेश में हिंदी के साथ संताली को अनुच्छेद-345 के तहत प्रथम राजभाषा का दर्जा और अन्य संताली भाषा-भाषी राज्यों में द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए एक साथ 22 दिसंबर 2021 से " सरना धर्म कोड और संताली राजभाषा सगड़ या रथ " निकाला जाएगा।

एक करोड़ लोग लिखेंगे सरना धर्म

सालखन मुर्मू ने कहा कि यदि भारत सरकार 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड को शामिल नहीं करेगी तो सेंगेल का संकल्प है कि हम 2011 की जनगणना में जिस प्रकार लगभग 50 लाख आदिवासियों ने any other या अन्य कॉलम में सरना धर्म लिखा था। 2021 में हम लोग एक करोड़ से ज्यादा लोगों को सरना धर्म लिखने के लिए तैयार करेंगे। इसके बाद सरना धर्म कोड के न्याय और अधिकार के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। सेंगेल जनगणना का बहिष्कार नहीं करेगी।


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