रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरयू राय को फोन कर लिया हालचाल, कोरोनाग्रस्त होने पर जताई चिंता
Jamshedpur Jharkhand News. देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक राजनाथ सिंह को फोन करके हालचाल लिया। इस दौरान उन्होंने सरयू के कोरोनाग्रस्त होने पर चिंता जताई। यहां यह बताना लाजिमी है कि सरयू राय अब भाजपा में नहीं हैं।
जमशेदपुर, जासं। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक राजनाथ सिंह को फोन करके हालचाल लिया। इस दौरान उन्होंने सरयू के कोरोनाग्रस्त होने पर चिंता जताई। यहां यह बताना लाजिमी है कि सरयू राय अब भाजपा में नहीं हैं। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से बगावत करके पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें हराकर विधायक भी बने।
ऐसे समय में भाजपा के कद्दावर नेता, पूर्व राष्ट्रीय व देश के रक्षा मंत्री का एक ऐसे विधायक को फोन करना छोटी बात नहीं है। सरयू ने ट्वीट करके लिखा है ‘शाम के पांच बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन कर मेरे कोरोनाग्रस्त होने पर चिंता व्यक्त की, शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की, उन्होंने झारखंड में कोरोना के प्रकोप पर चिंता जाहिर किया। कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आश्वस्त रहें, कोरोना युद्ध में झारखंड को केंद्र से भरपूर मदद दिलाने की पहल करूंगा।’
आरएसएस की कसौटी पर उठाए सवाल
सरयू राय ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि 1925 में भारत में दो महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं। अंंतरराष्ट्रीय विचार वाले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का गठन और भारतीय विचार वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना। अंतरराष्ट्रीय विचार तो अपनी ही कसौटी पर खरा नहीं उतरा, भारतीय विचार का विस्तार हुआ, पर कसौटी का क्या?
इससे पहले एक ट्वीट पर सरयू ने लिखा कि 1947 में देश आजाद हुआ। 1951 में एक नया दल बना। नाम था भारतीय जनसंघ। तब राष्ट्रीय विचार के हिंदू महासभा, रामराज्य परिषद, आर्य समाज का बड़ा जोर था। उके नजरिए से प्रगतिशील विचार वाले जनसंघ के पास पैर पसरने के लिए खाली जगह कहां है? सब सिमट गए। जनसंघ बढ़ता गया, गौर करें कैसे? क्यों?